कलम के शब्दों से
बंनती कविताओं से
उंनके संदेशो से
मेरा वक्त बदल जायेगा
बात ये ज्यादा पूुरानी नही
मेरी कोई कहानी नहीं
पर आज मुझे ये लगता है
मेरे शब्द बनेंगे
निशानी कही
मेरे शब्दों के कथन से
कुछ दूुष्मन भी बढ़ जाएंगे
पर ये भी यकीन है मुझको
नए दोस्त भी , मेिल जायेंगे
कुछ दूरी ,कुछ एहसास
कुछ चाहत, कुछ
शायद मुझे मेिल जाए
शायद मुझे मेिल जाए
मेैं परितोष सोचता हूं
अपने शब्दों से इस बार
मेरा वक्त बदल जायेगा
मेरा वक्त बदल जायेगा
कवि,पत्रकार