जैसे ही सूर्या अदवय के पास पहुंची । तो वैसे ही अदवय ने सूर्या के हाथ को पकड़ लिया । लेकिन अदवय अभी भी बेहोसी की हालत में ही था ।
लेकिन जब अदवय सूर्या का हाथ पकड़ा ! तो सूर्या घबरा सी गई । और उसके हाथ को एक झटके में झटक दी और फिर वहा से भाग गई ।
सूर्या थोड़ा डरी हुई थी । लेकिन वो फिर अपने ऑफिस चली गई । जैसे ही सूर्या ऑफिस पहुंची । तो वहा के सारे इंप्लोई सूर्या को बहुत ही ध्यान से देख रहे थे ।
सूर्या को थोड़ा अजीब तो लगा । लेकिन वो फिर अपने कामों में लग गई ।
फिर भी जो भी सूर्या के आस–पास पहुंचता ! वो सूर्या को बहोत ध्यान से देखता । सब उसे ऐसे देखते जैसे उसने कोई गुनाह किया हो ।
जब सूर्या अपने साथ ऐसा होता देख । सूर्या वही खड़ी एक लड़की से पूछ दी ! की “क्या ? हुआ है ! तुम सब लोग मुझे ऐसे क्यू देख रहे हो । ”
तब वो लड़की सूर्या से बोली ! “हम लोग तुम्हें नहीं ऐसे देख रहे थे ! हम लोग तो अदवय सर के बारे में सोच रहे थे ! और तुम जैसे आई न तो हमे लगा की तुम्हें कुछ भी पता नहीं होगा ! अदवय सर के एक्सीडेंट के बारे में ।”
तब सूर्या उस लड़की से बोली ! “अदवय के एक्सीडेंट के बारे में, हा मुझे शिवेश ने बताया था ! सुबह में ही ।”
सूर्या की बाते सुन के वो लड़की सूर्या की तरफ गौर से देखने लगी । थोड़ी देर बाद वो लड़की सूर्या से बोली ! “ तुम ने सर को अदवय बोला ।”
तब सूर्या बोली ! "हा तो क्या बोलू ।" फिर से वो लड़की बोली ! “ अरे ! अदवय सर बॉस हैं ! तुम्हारे और तुम हो की उन्हे उनके सिर्फ नाम से बुला रही हो ।”
उस लड़की कि बात सुन कर सूर्या तुरंत बोली ! “ अरे ! मैं मानती हूं की अदवय मेरा बॉस हैं, लेकिन वो मेरा क्लास मेट भी तो है । ”
"और हा ! मुझे पता है ! की किसको कब और कितना रेस्पेक्ट देना चाहिए, समझी तुम" सूर्या बोली ! उस लड़की से ।
इतना बोल के सूर्या फिर से अपने कामों लग गई । लेकिन सूर्या का ध्यान अभी भी अदवय पे ही था ।
सूर्या फिर सोचने लगी कि अगर अदवय सूर्या को छोड़ने नही जाता तो, ना तो अदवय सूर्या के मां से मिलता और ना ही वहा से गुस्से में निकलता और ना ही अदवय का एक्सीडेंट होता ।
तभी अचानक से वहा एक पिऊन आ गया ! और फिर सूर्या से पूछा क्या हुआ ! मैडम तब सूर्या अचानक से पिऊन को देख के बोली ।
"आप ! आप कब आए । " तब पिऊन बोला ! " मैं आप से कब से पूछ रहा हूं, क्या हुआ मैडम लेकिन आप कुछ बोल ही नही रही थी ! पता नही किस खयाल में बैठी हुई थी ।
तब सूर्या फिर से बोली ! “ कुछ नहीं, आप एक काम करिए ये फाइल अदवय सर के टेबल पर रख दीजिए और कल जो फाइल्स मैंने आप को अदवय सर को देने को कहा था वो फाइल्स लेते आइएगा ।”
फिर पिऊन "जी मैडम" बोल के वहा से चला गया । और फिर पिऊन सारी फाइल ले आया ! और सूर्या को दे दिया ।और फिर वहा से चुप चाप चला गया ।
पिऊन के वहा से चले जाने पर भी सूर्या अदवय के बारे में ही सोच रही थी । फिर थोड़ी देर बाद सूर्या अपना सारा काम खत्म कर ली ।
और ऑफिस से निकल के बारे में सोच ही रही थी । कि अभिषेक जी अपने असिस्टेंट से कह के सूर्या को अपने कैबिन में बुलवा ये ।
तभी सूर्या अभिषेक जी के कैबिन में चली गई । और फिर सूर्या अभिषेक जी से बोली ।" Yes sir, आप ने बुलाया ।"
तब अभिषेक जी बोले ।" Yes, miss Surya come in । " तब सूर्या फिर से बोली ।" जी सर बोलिए । " तब अभिषेक जी बहोत ही नम व्यवहार से सूर्या से पूछते है, की " कल रात को क्या हुआ था ।"
तब सूर्या थोड़ा घबराते हुए बोली । “सर वो अदवय सर का कल ऐक्सिडेंट हो गया था । लेकिन सर उसमे मेरी कोई गलती नही थी, वो सर कल मेरी स्कूटी खराब हो गई थी ।”
“ तो अदवय सर ने मुझे रोड पे अकेले देखे ! तो, वो मुझे मेरे घर छोड़ने के लिए चले गए । वहा पे अदवय सर को जब मेरी मां ने देखा तो उन्हें अपने पास बुलाई ।”
“पहले तो वो अपनी कार से बाहर नहीं आए । लेकिन थोड़ी देर बाद अदवय सर खुद ही अपनी कार से उतर के मेरी मां के पास आए, और फिर मां के गले लग गए ।”
“लेकिन तभी पता नही क्या हुआ ! की अदवय सर अचानक से वहा से चले गए । फिर कब क्या हुआ मुझे कुछ नहीं पता सर ।”
सूर्या की सारी बाते अभिषेक जी बहोत ही ध्यान से सुन रहे थे । और फिर सूर्या से कहते है । “ कोई बात नही बेटा , इसमें तुम्हारी कोई गलती नही है । तुम परेशान मत हो सब ठीक हो जायेगा । ”
अभिषेक जी की बात सुन कर सूर्या को थोड़ा शांति मिली । लेकिन अभी भी सूर्या के दिमाग में अदवय की एक्सीडेंट की वजह ही चल रही थी ।
सूर्या को जो भी अभिषेक जी ने बताया, वो सारी बाते सुन कर सूर्या को लग रहा था । की अदवय के गुस्सा करने की वजह अदवय के मां का स्वर्गवास होना था ।
फिर सूर्या वहा से दबे पैर ही चलने लगती थी । फिर सूर्या अपने ऑफिस के कामों में तो लग तो गई थी । लेकिन उसका ध्यान अभिषेक जी द्वारा कही हुई बातो पर और अदवय पर ही था ।
सूर्या अपना ऑफिस का सारा काम खत्म कर के घर जाने को तैयार हो रही होती है की, उसका ध्यान फिर से अदवय पर चला गया ।
और फिर सूर्या फिर से हॉस्पिटल जाने के बारे में सोचने लगी हुई थी ।
। फिर से सूर्या को सुबह की हुई घटना याद आ गई । और फिर सूर्या रूक गई ।
लेकिन थोड़ी देर बाद सूर्या फिर सोचने लगी । जब सूर्या हॉस्पिटल गई थी । तो अदवय बेहोशी के हालत में था ।
सायद बेहोसि ही हालत में अदवय ने सूर्या का हाथ पकड़ लिया होगा । फिर सूर्या ऑफिस से अपनी स्कूटी से ही हॉस्पिटल चली गई ।
जैसे ही सूर्या हॉस्पिटल पहुंची ! तो सूर्या डायरेक्ट अदवय के रूम में घुस गई थी ।
जैसे ही सूर्या अदवय के रूम में घुसी । तो वो देखी ! की अदवय अभी भी सो ही रहा था ।
तब सूर्या धीरे से अदवय के पास गई । और चुप चाप अदवय को देख रही थी । थोड़ी देर बाद सूर्या वहा से धीरे से ही जाने लगी थी ।
लेकिन अदवय फिर से जान गया । और फिर से सूर्या का हाथ पकड़ के अपनी ओर खींच लिया । जिससे सूर्या अदवय के ऊपर गिर गई । और फिर दोनो एक–दूसरे की आखों में देखने लगे थे ।
क्या अदवय फिर हर्ट करेगा सूर्या को या नहीं ।
क्या सूर्या जो सोच रही थी ! अदवय के बारे में वो सही था या नहीं ।
जानने के लिए जुड़े रहिए ।
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