लेकिन शैली फिर जबरदस्ती पीने को बोलती है । तो सूर्या उसपे भी चिल्ला देती है । लेकिन शैली कुछ नहीं बोलती है ।
क्यूकि शैली जानती है । की सूर्या किसी बात को लेके बहुत परेशान है । और चिड़ी हुई भी है ।
तभी सूर्या धीरे धीरे बड़बड़ाती हुई बोलती है ।" कौन है । ये दिव्या जिसकी ये हर बात मान जाता है । और उसकी हिम्मत कैसे हुई है । अदवय को अपने साथ ले जाने की हां हां ।"
“समझती क्या है खुद को ये हां ।”
सूर्या ये सब बड़बड़ा ही रही थी । की उसकी नजर उसके घड़ी पर पड़ती है । तो सूर्या जोर से चिल्ला हुए के बोलती है ।
“हे शिव जी आज तो ऑफिस के लिए भी लेट हो गई ।”
इतना बोलते हुए सूर्या वहा से हड़बड़ी में जाने लगती है । तभी पीछे से शैली बोलती है ।
“सूर्या यार थोड़ा आराम से इतनी हड़बड़ी क्यू मची रहती है तुझे ! पहले तू मुझे ये बता तू जाएगी कैसे हां ।”
शैली की आवाज़ सुन के ही सूर्या रुक जाती है । और जब पीछे मुड़ के शैली के तरफ देखती है ।
लेकिन सूर्या कुछ बोलती नही है । और फिर थोड़ी देर बाद वहा से चली जाती है ।
तब फिर शैली भी वहा से अपने क्लास रूम में चली जाती है ।
लेकिन जब सूर्या ऑफिस पहुंचती है । एक तो उसे पहले ही बहोत लेट होने की वजह से सूर्या का दिमाग गरम हुआ होता है ।
लेकिन सूर्या जैसे ही ऑफिस के अन्दर पहोचती है ! तो सूर्या सीधा अदवय के कैबिन में चली जाती है ।
वहा पहुंचती है । तो वहा दिव्या को देख कर सूर्या का पारा और भी ज्यादा गरम हो जाता है ।
लेकिन सूर्या वहा कुछ नही बोलती है । और फिर वहा से चली जाती है । लेकिन सूर्या अभी भी बहोत गुस्से में होती है । पर किसी से कुछ नही बोलती है ।
चुपचाप अपना काम करती रहती है,तभी सूर्या को एक पिऊन आ के बोला ! “सूर्या मैडम आप को अदवय सर ने बुलाया है ! अपने कैबिन में ।”
सूर्या प्यून की बात सुन कर थोड़ा डर जाती है । की वो अब क्या कर दी जो अदवय उसे अपने कैबिन में बुला रहा है ।
लेकिन सूर्या डरते हुए ही अदवय के कैबिन के पास जाती है । लेकिन सूर्या अदवय के कैबिन का दरवाजा खोलती है ।
और फिर" में आई कम इन सर" बोलती है । तो अदवय सूर्या को अन्दर आने को बोलता है ।
तब सूर्या कैबिन के अन्दर चली जाती है । तभी अदवय अपनी चेयर से उठ जाता है । और फिर सूर्या के तरफ अपने कदम बढ़ाने लगता है ।
सूर्या पहले से ही थोड़ा डरी होती है । लेकिन जब अदवय सूर्या की तरफ आने लगता है । तो सूर्या और भी ज्यादा घबराने लगती है ।
लेकिन जब अदवय सूर्या के पास जाता है । तो सूर्या से नॉर्मल आवाज़ में पूछता है । “क्या हुआ है तुम्हे, कैबिन में आई हो लेकिन तुरंत ही चली भी गई ।”
लेकिन सूर्या कुछ नही बोलती है । वह अभी भी चुप ही रहती है ।
तब अदवय को फिर से सूर्या पे गुस्सा आने लगता है । तभी अदवय फिर से गुस्से से सूर्या से पूछता है । “मैं तुमसे कुछ पूछ रहा हु, समझ में नहीं आता है ! एक बार में तुम्हे, बताओगी । ”
तब सूर्या थोड़ी दबी आवाज़ में बोलती है । "नहीं सर कोई बात नहीं है ।" लेकिन सूर्या का सर नीचे की तरफ झुका होता है ।
सूर्या का सर नीचे की तरफ देख के अदवय का गुस्सा और भी ज्यादा बड़ जाता है ।
तभी अदवय सूर्या का दोनो शोल्डर अपने दोनो हाथो से कस के पकड़ लेता है । और फिर सूर्या से पूछता है ।
लेकिन जैसे ही सूर्या अपना सिर ऊपर कर अदवय के चेहरे पर देखती है ! तो अदवय का चेहरा गुस्से से लाल और आंखे भी बहोत ज्यादा लाल हो गई थी ।
अदवय की आंखे देख के सूर्या और भी डरती है ! और डर के मारे सिमट जाती है ।
लेकिन कुछ बोलती नही है ।
लेकिन अदवय का गुस्सा भी अब सिर्फ सूर्या ही शांत कर सकती थी । लेकिन सूर्या इतना डरी हुई थी की वो धीरे – धीरे शिसकने लगी ।
अदवय सूर्या को ऐसे देख के उसके कमर पे अपना एक हाथ रख देता है !
और दूसरा हाथ सूर्या के गले पे रख सूर्या को अपने बहोत करीब खीच लेता है ! और फिर सूर्या के नरम और कोमल होठों पे अपने सख्त होठों को रख सक करने लगता है ।
एक तो सूर्या पहले से ही बहोत डरी होती है । और फिर अदवय उसे किस करने लगता है ! ये सब इतना जल्दी होता है । की सूर्या को कुछ भी समझ में नहीं आता है ।
लेकिन अदवय के ऐसा करने से सूर्या को बहुत दर्द होता है । और वो बहोत हर्ट भी हो जाती है ।
लेकिन जब सूर्या को बहोत ज्यादा दर्द होने लगता है । तब सूर्या अपने हाथो से पूरी जान लगा के धक्का देती है । लेकिन अदवय को कोई असर नहीं होता है ।
लेकिन अदवय अपना गुस्सा ठंठा करने के लिए सूर्या को छोड़ता नही है ।
लेकिन जब सूर्या को बरदास नही होता है । तब सूर्या अदवय को एक झटके में जोर से धक्का दे देती है ।
जिससे अदवय सूर्या को छोड़ के कुछ दूर हट जाता है । लेकिन अभी भी अदवय का गुस्सा शांत नहीं हुआ होता है ।
सूर्या इतना डरी हुई होती है । लेकिन तुरंत ही सूर्या अदवय के कैबिन से भाग जाती है ।
कैबिन से भाग के सूर्या सीधे वॉशरूम में चली जाती है ।
वॉशरूम में जाके सूर्या सबसे पहले अपना मुंह धोने लगती है । और बहोत ज्यादा रोने लगती है ।
रोते–रोते सूर्या बार– बार अपने फेस को धोती है । तभी वहा कुछ लड़कियां आ जाती है । उन लड़कियों को देख के सूर्या चुप तो हो जाती है ।
लेकिन सूर्या अभी भी बहोत दर्द में होती है । सूर्या का फेस पे चमक तो रहती है ! लेकिन के होठ पे काफी सूजन हो गई होती है ।
सूर्या थोड़ी देर बाद वॉशरूम से बाहर तो आ जाती है । और फिर धीरे से जाके अपने टेबल पे बैठ जाती है ।
लेकिन सूर्या के दिमाग में अभी भी अदवय ने जो भी उसके साथ किया वही सब चल रहा था ।
सूर्या थोड़ी देर अपने टेबल पे बैठी रहती है । फिर अचानक से वहा से उठ के अपने घर के लिए चली जाती है ।
सूर्या को घर जाते अदवय देख लेता है । लेकिन सूर्या को वहा से जाता देख अदवय फिर गुस्से में आ जाता है ।
तभी अदवय के कैबिन में एक प्यून कॉफी ले के आ जाता है ।
तभी अदवय उस प्यून से सूर्या के जाने के बारे में पूछता है । तो वो प्यून डरते हुए बोलता है ।
“हा सर वो सूर्या मैडम ने बताया की उनकी तबियत खराब हो गई थी । इसीलिए वो चली गई ।”
उस वक्त अदवय कुछ बोलता तो नही है । लेकिन अदवय बहोत ज्यादा गुस्से में था ।
To Be continue ✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️
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