रायसेन जिले में संचालित हो रही रेत खदानों पर आए दिन झगड़े फसाद हो रहे हैं इतना ही नही इस अबैध कृत्य के झगड़ों में कई बेकसूर लोगों पर भी थानों में मामले दर्ज हुए जिसके चलते पुलिस प्रशासन भी सबालों के घरों में है ।बता दें इस रेत के अबैध व्यपार में अधिक धन वतोरने की लालसा ने ठेकेदार को इतना अंधा कर दिया कि बह मानवता की सारी हदें पार कर रहा है जिले के रेत ठेकेदार की चाणक्य नीति से आय दिन क्षेत्र में झगड़े फसाद होते रहते हैं जिसके कारण आमजन को भय में देखा जा रहा है हालात यह बन गए कि क्षेत्रीय नागरिक अब पुलिस को बताकर मंदिर मस्जिद ओर अन्य कार्यों पर जाते हैं क्योंकि रेत ठेकेदार के कहने पर इतने झूठे मुकदमे कायम हुए की लोगों का पुलिस प्रशासन से भरोसा ही उठ गया है।
ठेकेदार अपनी चाणक्य नीति से पहले क्षेत्र के ही किसी दबंग व्यक्ति को रेत की अबैध वसूली की जिम्मेदारी सौंपता है फिर उसी से क्षेत्रीय लोगों के साथ मारपीट कराता है जब बात बिगड़ती है तो उसी पर सारे पुलिस प्रकरण बनबाकर अन्य लोगों में अपनी दहशत का लोहा मनबाता है हाल ही में ठेकेदार ने इस मामले में अपनी ही कम्पनी में कार्यरत दो व्यक्तियों पर जिला बदर की कार्यवाही कराई जिसका अंदाजा उन्हें भी नही लगा।इतना सब होने के बाबजूद प्रशासन बजाए ठेकेदार पर कार्यवाही के गरीब किसानों के ट्रेक्टर ट्रॉली पर कार्यवाही कर स्वयं अपनी पीठ थपथपाने का कार्य कर रहा है जबकि ठेकेदार सारे नियमों की धज्जियां उढ़ाते हुऐ खुलेआम दिन के उजाले में बड़ी बड़ी पोकलैंड मशीनों से अबैध रेत उत्खनन परिवहन का कार्य कर रहा है मगर मजाल की ठेकेदार पर प्रशासन कोई कार्यवाही कर दे कार्यवाही के लिए तो सिर्फ गरीब किसान या बह लोग हैं जिनकी हैशियत दो बख्त की रोटी कमाने की नही है उधर भाजपा का नारा है गरीबी हटाओ इधर प्रशासन कहता है गरीबों को हटाओ।
रिपोर्टर:प्रकाश जैन बाड़ी