व्यक्ति का जीवन बहुत ही अनमोल है। जीवन में समय का जितना महत्व है, उतना संभवतः किसी और चीज का नहीं है। प्रायः कहा जाता है कि आज के कार्य को कल पर टालने वाला व्यक्ति सच मायनों में समय से पीछे रह जाता है। हर चीज का एक निश्चित समय भी होता है। समय के साथ चलने वाला व्यक्ति हर परिस्थिति में परिणामकारी मार्ग तलाश कर लेता है। हम सभी को समय के साथ चलना ही चाहिए…। समय से पीछे रहना किसी भी दृष्टि से ठीक नहीं… और ना ही समय से आगे जाने का प्रयास करना चाहिए। समय से आगे कोई नहीं जा सकता, इसलिए आगे जाने की सोचना ही मूर्खता है। समय के साथ चलने का तात्पर्य यहीँ है कि आप अपने आपको ताजा माहौल में ढाल सकते हैं…। सामयिक चर्चा में भाग ले सकते हैं। जो समय के साथ नहीं चलते वे किसी भी चर्चा के योग्य नहीं होते…।
रमेश और विकास दो दोस्त थे, दोनों यूँ तो शहर के एक ही कालेज में पढ़ते थे। छात्रावास में दोनों रूम पार्टनर थे… लेकिन रमेश की एक आदत थी, वह आज के काम को कल पर टालता रहता था, यहां तक कि वह विकास से अक्सर कहता था कि अरे यार पूरा वर्ष है, पढ़ाई कल से प्रारंभ करूँगा… लेकिन रमेश का वह कल ऐसे ही आगे खिसकता रहा और परीक्षा की घड़ी आ गई। वह जैसे ही परीक्षा को याद करता, एक तनाव की स्थिति से साक्षात्कार करता था… समय कम था… तनाव बढ़ता ही जा रहा था, वहीं विकास ने सारे काम समय पर किए, इसलिए उसे परीक्षा को लेकर कोई तनाव नहीं था। आज के काम को कल पर टालने की आदत व्यक्ति को आलसी बना देती है… यही आलस भविष्य के मार्ग की बड़ी रुकावट बनती है… इसलिए हमेशा सक्रियता बनाए रखें…।
आशय यही है कि जो भी व्यक्ति समय के महत्व को प्रधानता देता है, उसके समस्त कार्य व्यवस्थित होते चले जाते हैं। जैसे कोई व्यक्ति एक दिन में दस कार्य सफलता पूर्वक और समय सारिणी के हिसाब से कर लेता है, उसे अगर 11वां कार्य मिल जाए तो उसको कभी भारीपन नहीं लगेगा। क्योंकि उसकी दिनचर्या व्यवस्थित है। लेकिन जो व्यक्ति समय सीमा में कार्य नहीं कर पाता तो यही कहा जाता है कि उसने अपना कार्य व्यवस्थित तरीके से नहीं किया।
घर परिवार को व्यवस्थित रूप से चलाने के लिए भी समय का उचित विभाजन करना अति आवश्यक है। सुबह कितने बजे जागना, स्नान आदि कब करना यह सब समयबद्ध होगा तो जीवन व्यवस्थित रहेगा। समय की महिमा को जानने वाला व्यक्ति ही जीवन में सफल रहता है। इसलिए हम सभी को आज और अभी से समय के महत्व को जानना है और व्यवस्थित तरीके से जीवन जीना है। कहते हैं बीता हुआ समय कभी लौटकर नहीं आता, लेकिन वर्तमान को जीना हमारे हाथ में होता है। भविष्य को एक दिन वर्तमान बनना ही है। इसलिए अपने वर्तमान को सुधारिए। जीवन को सफल बनाइए।
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