कभी धूप तो कभी छाव है।
कभी उजाला तो कभी अंधियार है,
जिंदगी का सफर है ये,
आशा का अंत नहीं ,तो भ्रम भी अनंत है।
विश्वास का समंदर है , तो उसमे डूब जानें का डर भी,
कुछ पा कर खुशी है, तो कुछ दे कर भी।
कभी उलझनों में इतनी गांठ है , टूटे ना इसकी डोर,
बस इतनी सी बात है।
कभी सादगी सा जीवन,तो कभी अमीरी की बरसात है।
सुख दुख से भरा ये वक्त का सफर,
गुजारना नही इतना आसान है।
ये वक्त का सफर कुछ लंबा है..।