17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर देशभर में आयुष्मान योजना का तीसरा फेज (आयुष्मान 3.0) शुरू हुआ। इस योजना के तहत गरीब और जरूरतमंद लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। उसी दिन, आयुष्मान भव अभियान भी शुरू हुआ जिसका लक्ष्य 35 करोड़ लोगों तक आयुष्मान भारत योजना की पहुंच बनाना है। 17 सितंबर को विश्वकर्मा योजना का भी आगाज हुआ। हालांकि, इस लेख में हम केवल आयुष्मान 3.0 के बारे में बात करेंगे और जानेंगे कि आखिर कैसे आप इस योजना का लाभ उठा सकते हैं? साथ ही, इस योजना के लिए पात्रता मानदंड क्या है, योजना में क्या-क्या फायदे मिलने वाले हैं, योजना के लिए पंजीकरण कैसे कर सकते हैं? ऐसी कई बातें इस लेख में हम आपको बताएंगे।
आयुष्मान भारत योजना क्या है?
आयुष्मान भारत योजना भारत सरकार की स्वास्थ्य पहल है जिसका उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करना है। इसकी शुरुआत साल 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। इस कार्यक्रम के तहत, यदि कोई बीमार है और उसके पास ज्यादा पैसे नहीं हैं, तो वह कुछ अस्पतालों में जा सकता है, और सरकार उनके 5 लाख रुपये तक के मेडिकल बिल का भुगतान करेगी। इन अस्पतालों में अच्छी देखभाल होती है। इन अस्पतालों में सभी प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं जैसे बच्चों, गर्भवती महिलाओं और हृदय की समस्याओं या हड्डियों की समस्याओं जैसे रोगों का इलाज होता है। सरकार इन मेडिकल खर्चों को कवर करने के लिए इंश्योरेंस कंपनियों के साथ मिलकर काम करती है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर किसी को इलाज मिले, खासकर उन्हें जो इलाज का खर्च वहन नहीं कर सकते हैं।
आयुष्मान 3.0 योजना से देश में होगा बड़ा बदलाव
आयुष्मान 3.0 योजना देश में स्वास्थ्य सेवा में बड़ा बदलाव लाने वाली है। इसके जरिए आप आसानी से ऑनलाइन आयुष्मान कार्ड हासिल कर सकते हैं। इस कार्ड के आधार पर आपको 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा। यह देश में स्वास्थ्य सेवा की दिशा में एक बड़ा सराहनीय कदम है।
आयुष्मान 3.0 में अब आप घर बैठे ही ऑनलाइन अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। हालांकि, इसके लिए आपको ओटीपी, आइरिस, फ़िंगरप्रिंट और चेहरे के सत्यापन जैसी कुछ प्रक्रियाओं से अवश्य गुजरना होगा।
सरकार ने किया 5 लाख रुपये तक के फ्री इलाज का वादा
आयुष्मान कार्ड लाभार्थियों को सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों में 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराता है। कार्ड किसी व्यक्ति के नाम पर बनाया जाता है। अच्छी बात यह है कि अब लोग अपने स्मार्टफोन पर आयुष्मान कार्ड ऐप डाउनलोड करके स्वयं ही कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। कार्ड के लिए उन्हें किसी कार्यालय में जाने की आवश्यकता नहीं है। यह सब ऑनलाइन ही आसानी से संभव है।
पात्रता मापदंड
इससे पहले कि आप आयुष्मान कार्ड के लिए साइन-अप करना शुरू करें, सुनिश्चित करें कि आप इसके लिए योग्य हैं या नहीं। आप 14555 पर आयुष्मान योजना की हॉटलाइन पर कॉल करके इस बारे में आसानी से जान सकते हैं। दूसरा विकल्प यह है कि आप आधिकारिक वेबसाइट के जरिए भी पात्रता की जांच कर सकते हैं।
पंजीकरण प्रक्रिया
1. ऐप डाउनलोड करें: सबसे पहले, अपने फोन पर आयुष्मान कार्ड ऐप डाउनलोड करें। आप इसे अपने ऐप स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।
2. फ़ोन नंबर से साइन-अप करें: जब आप ऐप खोलेंगे, तो यह आपका फ़ोन नंबर मांगेगी। नंबर डालकर ओटीपी की मदद से साइन-अप करें।
3. सुरक्षा विकल्प: आयुष्मान 3.0 ऐप का सिक्योरिटी फीचर यह सुनिश्चित करेगा कि आवेदन करने वाले वास्तव में आप ही हैं। इसके लिए आपको फोन पर भेजे गए ओटीपी को दर्ज करना है। साथ ही, अपनी आंख या फिंगरप्रिंट को स्कैन करना है, और अपना चेहरा दिखाना है।
4. अपने दस्तावेज अपलोड करें: साइन-अप करने के लिए, आपको अपने जरूरी दस्तावेज अपलोड करने होंगे। जैसे आपका राशन कार्ड, आधार कार्ड, एक तस्वीर, पैन कार्ड, या अन्य दस्तावेज।
5. सरकारी सत्यापन: दस्तावेज अपलोड करने के बाद, उनका सत्पापन किया जाता है। इस दौरान, यह सुनिश्चित किया जाता है कि केवल पात्र लोग ही इसका उपयोग कर सकें।
आयुष्मान कार्ड होने से मिलेंगे ये अन्य फायदे
आयुष्मान 3.0 योजना में केवल कार्ड बांटना ही शामिल नहीं है। बल्कि यह पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों की मदद करता है। अस्पताल में रहने के लिए भुगतान करता है। अगर आपको डॉक्टर के पास जाने के लिए ट्रैवल करना है तो उसका भी ध्यान रखता है। इसमें जांच, सर्जरी और इलाज भी शामिल है।
एक उल्लेखनीय प्रभाव
भारत में आयुष्मान योजना ने 5.5 करोड़ से अधिक लोगों को चिकित्सा सुविधा प्रदान की है। आसान स्व-पंजीकरण, पात्रता की पुष्टि करने के विभिन्न तरीकों और व्यापक कवरेज के साथ आयुष्मान 3.0 एक बड़ा सुधार के साथ जनमानस के बीच लॉन्च हुआ है। यह सभी भारतीयों को अच्छी स्वास्थ्य सेवा देने के प्रति सरकार के समर्पण को दर्शाता है। आयुष्मान कार्ड इस बदलाव का प्रतीक है, जिससे लोगों के लिए सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं पर भरोसा करना आसान हो गया है।
दो दिनों में 1 लाख से अधिक लोगों के आयुष्मान कार्ड बने
केंद्र की मोदी सरकार ने आयुष्मान 3.0 स्वास्थ्य सेवा को घर-घर तक पहुंचाने के लिए आयुष्मान भव अभियान शुरू किया है। यह पहल आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना का विस्तार है, जिसका उद्देश्य जरूरतमंद लोगों को चिकित्सा सेवाएं, उपचार और दवाएं उपलब्ध करना है। केवल दो दिनों के भीतर, 1 लाख से अधिक लोगों के आयुष्मान कार्ड बन गए हैं। आयुष्मान भव अभियान का उद्देश्य आम लोगों के बीच स्वास्थ्य मुद्दों और सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। अभियान में गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराना भी शामिल है।
1,17,000 से अधिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चल रहा आयुष्मान मेला
भारत में 1,17,000 से अधिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयुष्मान मेला अभियान चल रहा है। जहां डॉक्टर्स स्वास्थ्य जांच कर रहे हैं। इसके लिए स्थानीय अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में शिविर लगाए जा रहे हैं। आप आयुष्मान ऐप के जरिए भी आयुष्मान कार्ड हासिल कर सकते हैं। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन वेबसाइट के अनुसार, अब तक 45.30 करोड़ से अधिक आयुष्मान खातों को डिजिटलाइज किया जा चुका है।