पूरे जगत में दिव्य शक्ति येसी समाई हुई है, की उसके ही आधार पर आज ये दूुनियाए कायम है।
इंन्सान हमेशा भूुल जाता है कि ये सारी दूुनिया एक ही शक्ति पर निर्भर है।
ओ है भागवान पे, इस सांंसार से अगर हम मााया जाल से छूटना चाहते है, तो एक ही रास्ता इंसान के पास माौजूद है और ओ हैं भागवान।
फेरेबी दूुनियाए मै कोई किसी का नही होता है, यहां इंसान सिर्फ कर्मों के आधार पर ही साथ है। जिस दिन और जिस पल हमारे कर्म किसी और छूट जाए,ओ इंसान या कोई भी चीज हमारे साथ नही हो सकती।
इस जन्म मे हमारे साथ रहने वाले लोग भी हमारे किए गाए कर्मों के आधार पर ही हमारा साथ देते हैं। उनके कर्म हमेसे छुट गए, तो ओ हमारे जिंन्दगी से उसका नाता छुट जाता है।
इस दूुनिया मै एक ही नाता ऐसा होता है, जो हमेशा हमारे साथ रहता है। और ओ कोई और नही भागवान है।
वही जन्म से हमारे साथ रहता है, और माौत के बाद भी वही हमारा साथी होता, जो हमे हमारी की गाए कर्मों के आधार पर जगह देता है।
इस दूुनिया मे ऐसा कोई नही होगा जो भागवान को नही माांनता होंगा।
हर इंसान जो हर येक धर्म में जन्म लेता है, ओ किसी ना किसी भागवान को माांनता है।
उसकी अरधना करता है। उसके लागू किए गए नियमो पर जीवन की यात्रा चलता है।
इसलीए कहते है की, इस कल युग के दूुनिया में भागवान शिव को समर्पित होना चाहिए, ताकि वही हमे इस कालचक्र से बाहर निकाल सकता है।
Writer anjali
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