ये चाँद अक्सर कुछ बोलता है
क्या तुमने सुना है ?
कभी आधा - अधूरा
कभी पूरा - पूरा
कभी छुपता , कभी दिखता है
कभी सर्द रात मैं
कभी बारिश के एहसास मे
फलक पर चांदनी बिखेरता है
ये चाँद अक्सर कुछ बोलता है
क्या तुमने सुना है ?
सबकी कहानी सुनता है
सबको समझता है
कभी अपना ग़म भी कहता है
क्या तुमने सुना है ?