शुक्रिया ये जिन्दगी....
सास चल रही हैं
शुक्र मानवों
प्रेम और स्नेह को बढ़ावे
कब कहा सास रुक जाये
विधि का विधान कौन जाने
कल भी सूरज निकलेगा
कल भी चंदा आयेगा
पर हम होंगे या ना होंगे
ये कौन बतायेगा...
तोड़ा सा तो वक्त है , ये जानलो
तोड़ा तो मुस्कुरवो ,
रंजिशे भूल जाओ
हर पल को अपनाओ
अपनो को गले लगाओ
बीती बातों को भूल जाओ
बस आज मैं जिओ
मन को खुशियों में उलझाओ
जितना मिला हैं उतने का शुक्र मानवों
मृणालिनी♥️♥️
English,Kannada Blogger