pyara सा احساس
Part (4)
वलीद भाई किसी को पसंद करते हैं" !!!
उज़मा ने लाउंज में एंटर करते हुए इत्तेला दी(इनफॉर्म किया) जहां सब कज़िन्ज़ साथ बैठे शाम की चाय पी रहे थे।
"तुमसे किसने कहा यह" ???
मलीहा ने आइब्रो चढ़ाकर पूछा
“वलीद भाई की असिसटेंट है यह उनहोंने खुदने ही बताया होगा”
शायान की ज़ुबान में बेचैनी हुई।
"इसे ज़ुबान को कभी खामोश भी रख लिया करो हर वक़्त बकवास करते रहते हो" ।
उज़मा इस वक़्त बहुत सीरियस थी इसलिए शायान की बात पर तिलमिला गई।
"तो तुम्हारी कौन सी भैंस खोल ली मैंने" .???
शायान चुप होने वालो में से कहाँ था।
"‘मुंह तोड़ दूंगी तुम्हारा अब एक और बकवास की होगी तो" !!!
वह इस वक्त शदीद गुस्से में थी।
"हां ठीक है हाथ सेनिटाइज़ करके आओ पहले" !!!
शायान ने तुर्की ब तुर्की जवाब दिया।
“मुंह तोड़ दूंगी ना खुद बा खुद सेनिटाइज़ हो जाएगा वह”
उसने किलस कर जवाब दिया।
"क्यों कॉलेज जाने से पहले चची जान से इसी तरह सेनिटाइज़ करा कर जाती हो क्या डेली मुंह को तुम ओह हो तब ही इतना सा है"????
शायान के आखिरी जुमले पर सबकी मुशतरका (एक साथ)हँसी उसे और तपाने के लिए काफी थी।
"दफा करो सब के सब मुझे नही बताना कुछ" !!!!
वह पैर पटखती लाउंज से बाहर निकल गई।
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To Be Continued………
© Afariya Faruqui
फनी स्टोरी राइटर
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