मेरे संग रहती सदा , कितना अच्छा होता प्रिए ! ,
रोजाना जलाता , दिल में खुशी के दिए ! , ।।1।।
हम दोनों की दूरी यह , पल में कट क्यों नहीं जाती ! ;
जब भी बैठता कलम ले , यह बात दिल में आती ! । ।।2।।
दोनों बैठे होते , सुगंधी , फूलों के बगीचे में ! ,
रहती है , सदा , प्रिए , छवि तेरी मेरे सीने में ! , ।।3।।
तुम बैठी होती हंसती , मुलायम घास पर ! ;
गोदी में लेटा रहता , पूरी शाम , रात भर ! । ।।4।।
चांद सा शीतल मुख , ठंडे सुखों की वर्षा करे ! ,
उस वर्षा में भीगने को , मेरा मन तरसा करे ! , ।।5।।
सदा तेरे मेसेज या कॉल की राह देखा करता हूं ! ,
कुछ ना मिले तो रात भर , फोटो देखता रहता हूं ! । ।।6।।
मुझे कुछ नहीं चाहिए , बस तेरे साथ रहना है ! ,
तेरे साथ खुशियां मनाना और झगड़ा करना है ! । ।।7।।
_Meet_J
मैं अहमदाबाद में diploma engineering करता हूं, मुझे कविता लिखने का शौक है!
0 Followers
0 Following