कोरोना के बाद बढ़ रही है लोगो की मानसिक समस्या

मानसिक समस्या का कारण क्या है आखिर ?

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28 Jun '24
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कोरोना के बाद  कही लोग मानसिक समस्या का शिकार हो रहे है 

ऐसे में कही लोग डिप्रेशन एंग्जायटी का शिकार हो रहे है कही लोग आत्महत्या जैसे कदम उठा चुके है ।

 हर घर  घर में लोगो को मानसिक समस्या से गुजरना पड़ रहा है 

ऐसे में मानसिक समस्या का कारण क्या है ?

मानसिक समस्या का सब से बड़ा कारण है इंसान की नकरात्मक सोच क्यों की  नकरात्मक सोच से ही इंसान तनाव का शिकार होता है और तनाव से ही लोग मानसिक समस्या का शिकार होते है ।

तनाव से ओवर थंकिंग का शिकार होते है जिससे लोग

हमेशा नकरतमक सोचते है चिंता करते रहेते है 

अब क्या होगा पता नहीं ?

 कोई भी इंसान जब तनाव का शिकार होता है तब 

उससे खुद पे विश्वास उठ जाता है 

वो   भविष्य की चिंता करते रहेता है की अब क्या होगा ?

जॉब मिलेगी की नहीं ?

ऐसे में एक चिंता खत्म होती ही है तो वो दूसरी चिंता 

करने लगता है , 

क्यों की उनको नकरात्मक सोचने की आदत हो गई है 

जिससे वो सोचेगा ही ?

चिंता से इंसान खुद परेशान होता है साथ में पूरे परिवार को भी परेशान कर देता है 

इसीलिए चिंता करना सही बिल्कुल नहीं  है 

क्यों की जब भी आप चिंता करते हो तब आप ईश्वर की व्यवस्था  को शक करते हो ।

इसीलिए जो होने वाला है वो हो के रहेगा 

कुछ चीज हमारे हाथो में नहीं होती है 

कही लड़की की शादी नहीं होती तब पिता चिंता करते है की शादी नहीं हो रही है ?

ऐसे में चिंता कर के क्या लड़की की शादी हो जाएगी 

तो  क्या  वाकई में चिंता करना सही  है ?

  नहीं  चिंता करने से तबियत बिगड़ेगी कुछ भी हुआ तो पूरा परिवार बिखर जाएगा ।

इससे अच्छा है बेटी को आगे बढ़ने में सपोर्ट करे 

उसको जो करना है करने दे ।

आप की बेटी हर चीज में होनहार , है संस्कार हो या 

काम हो , कुछ भी हो ,

तब चिंता कर के क्या फायदा आप की बेटी आप के साथ है तो खुशी  मनाइए  क्यों की कही लोगो की बेटी ही नहीं होती है ।

इसीलिए चिंता कर के क्या फायदा जब होना   है ईश्वर की मर्जी से  ही है ,

आप यहां  हो तो ईश्वर की मर्जी से ही हो क्योंकि 

मनुष्य अवतार आप को दोबारा कभी नहीं मिलेगा इसीलिए 

किसी भी इंसान को अपनी जिंदगी में नकरात्मक नहीं सोचना चाहिए लेकिन आज के समय में  ज्यादातर लोग नकरात्मक सोचते है जिससे उनके अंदर आत्मविश्वास की कमी होती है ।

इसीलिए नकरात्मक सोच से ,  कोई भी इंसान अपनी जिंदगी में खुश नहीं रहे सकता है 

ओर नकरात्मक सोचना भी एक तरह का पाप है 

, तब सक्रात्मक सोचना चाहिए क्यों की सक्रात्मक सोच से जिंदगी सहेज हो जाती है आप को रास्ता दिखाई देने लगता है 

आप को जहा पोहोचना हो वहा आप आसानी से पोहोच सकते हो 

ओर नकरात्मक सोच से तनाव  पैदा होता है और तनाव से मानसिक समस्या का शिकार होते हो आप 

,डिप्रेशन , एंक्साइटी  जैसी समस्या का शिकार हो गए तो 

डॉक्टर के पास बार बार जाना पड़ सकता है ।

यहां तक काउंसलिंग भी  करवानी पड़ती है 

ओर आज के समय में कही लोग एंजायटी , डिप्रेशन जैसी समस्याओं से गुजर रहे है 

ओर आप के सामने ऐसा कोई इंसान है जो बोलता नहीं गुमसुम रहेता है , तनाव में रेहेता है , तो उन्हें  अच्छे डॉक्टर को दिखाना चाहिए ताकि उसकी जिंदगी बच जाए ।

मानसिक समस्या के लिए हर इंसान को काउंसलिंग करवानी जरूरी हो गई है क्यों की हर घर में लोग मानसिक समस्या का शिकार हो रहे है 

लोगो को नकरात्मक सोच को त्यागना चाहिए क्यों की तब ही वो अपनी जिंदगी को  खुल के जी पाएंगे ।

असफलता आएंगी लेकिन चिंता आप को नहीं करना है 

जब आप के साथ ईश्वर है तब आप को चिंता करने की क्या बात है ?

सब कुछ ठीक हो जाएगा 

जीत आप की ही होंगी 

चिंता मत करिए क्यों की इससे आप मानसिक समस्या का शिकार हो जाएंगे , तब आप को देखेगा कोन जब आप को कुछ हुआ , परिवार को कोन देखेगा 

तब  हर इंसान को अपनी जिंदगी में खुश रहेना चाहिए , 

चाहे परिस्थिति कैसी भी हो , सब कुछ टेंपररी है आखिर चिंता कर के क्या फायदा ?

मिलेगा कुछ भी नहीं आप को 

ध्यान , प्राणायाम करना शुरू कर देना चाहिए क्यों की इसीसे आप को सुकून मिलेगा आप का तनाव दूर होगा ।

ओर जो इंसान  को डिप्रेशन ,एंक्साइटी की समस्या है तो उन्हें 

अच्छे डॉक्टर को दिखाना चाहिए ,

अच्छी किताबे पढ़नी चाहिए , 

अच्छी बाते सुननी चाहिए जिससे उनकी  जान बच सकती है 

ओर वो   अपनी जिंदगी खुल के जी सकते है ।

 

 

 

 

Category:Parenting and Family



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Written by DISHA SHAH

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