मेरा होना केवल मैं ही हैंडल कर सकता हूं, क्योंकि जानें कितनी कहानियों में मैं हूं या कितनी कहानियां मुझमें हैं।
तेरा घर पर वापस आना मेरे लिए खुशी की बात है जबकि मुझे पता है तू अपने लिए घर पर वापस आई है।
क्योंकि आज वो है और कल किसी का नहीं होता.…
मैं नहीं चाहता मेरा कोई भी प्रिय मेरी तरह हो…
हां, मैं डरता हूं तुझे खोने से..ये जानते हुए भी की तुझे पाया भी तो नहीं तो हक भी नहीं और पा भी नहीं सकता ..! जानता हूं, कहीं रख नहीं सकता तेरी तस्वीर...कहीं भीड़ में, अपनों के साथ अपनों के सामने तुझे देख नहीं सकता…! किसी के साथ तेरी बातें साझा नहीं कर सकता, फिर भी रहता हूं खुद में मस्त मगन... जानती है, घर संबंधियों में अधिकांश कहते हैं कि सबको मेरी तरह होना चाहिए, बेफिक्र बेपरवाह के साथ सभी का ख्याल रखने वाला जो अपने काम से काम जीवन के मूल्यों के साथ और अपने में मस्त रहना जानता है..! लेकिन मैं डरता हूं, ईश्वर ना करे कोई मेरी तरह हो..! मेरी तरह होना सिर्फ मैं हैंडल कर सकता हूं..! मुझे और मेरा जैसा सिर्फ मैं झेल सकता हूं, जो अपनी व्यथा अपनी तकलीफ सिर्फ खुद को सुनाता है, कभी ऐसी परिस्थितियां न हो की कोई मेरी तरह हो..!
अहम(मैं) से हम की ओर.......😊 #Save जल,जंगल,जमीन #सम्मान>समानता
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