MRF ने तिमाही result के साथ सबसे बड़े dividend का एलान किया है. MRF कंपनी ने 194 रुपये प्रति शेयर का dividend दिया है. साथ ही तिमाही नतीजों के बाद शेयर टूट गया है. कंपनी का share भाव 1.28 लाख रुपये जोकि 4% टूटा है. कंपनी की शुरुआत साल 1946 में गुब्बारे बनाने के साथ हुई थी. आपको बता दें कि साल 1952 में यह टायर कारोबार में उतरी थी. शुरुआती 4 सालों में ही इसने 52 % मार्केट शेयर हासिल कर लिया था. MRF का पूरा नाम- MADRAS RUBBER FACTORY है. इसके बाद साल 1961 में कंपनी लिस्ट हुई. यह अमेरिका को टायर export करने वाली देश की पहली कंपनी है. इसने साल 1989 से खिलौने बनाने का भी कारोबार शुरू किया हैं।
Dividend - company के कुल मुनाफ़े में निवेशकों को दिया गया हिस्सा डिविडेंड है.
Dividend प्रति शेयर के हिसाब से दिया जाता है. जिस निवेशक के पास जितने अधिक शेयर होंगे उसकी dividend के पैसे उतनी ही अधिक होगी.लगातार बेहतर डिविडेंड का रिकॉर्ड रखने वाली company में निवेश सुरक्षित माना जाता है और लोग उन्ही company में निवेश करना पसंद करते हैं।
MRF company के इतिहास का सबसे बड़ा dividend पहले डिविडेंड 169 रुपये प्रति शेयर और 144 रुपये का दिया था. अब 194 रुपये प्रति शेयर का dividend दिया है. ये कंपनी के इतिहास का सबसे बड़ा dividend है। इससे MRF के share में हो रही गिरावट में थोड़ी कमी आ सकती हैं।
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