रहम

ProfileImg
13 Jun '24
1 min read


image

हमें कुछ बात करनी हैं तुमसे

जरा सुन तो लीजिए

इधर उधर क्या घूमती हो

पलभर ठहर तो लीजिए

तुम्हारे बाल तो

हवा में सूख ही जाएगे

तपती धूप में जलते हमारे

पैरों पर तो रहम कीजिए  ।।


 

                                  स्नेह ज्योति

Category:Poetry



ProfileImg

Written by Snehjyoti Chaprana

कभी आंसमा में ढूँढता हैं कभी सपनों में खोजता हैं यें दिल हर पल ना जाने क्या-क्या सोचता है भीड़ मे तन्हाई में अपने को ही खोजता हैं