अपनी किस्मत स्वयं संवारें

प्रेरणादायी गीत

ProfileImg
16 Nov '24
1 min read


image

बढ़े चलें हिम्मत मत हारें ।

अपनी किस्मत स्वयं संवारें ।।

 

करें वही जो मन में ठानें ।

हारें तो भी हार न मानें ।।

लोग मारते रावण को हम

भीतर के रावण को मारें ।

                बढ़े चलें हिम्मत मत हारें….

बुनें नहीं, सपनों को तानें ।

अपनी ताकत को पहचानें ।।

लड़ें न्याय के लिए हमेशा 

पड़े जरूरत जीवन वारें ।

              बढ़े चलें हिम्मत मत हारें….

नापें अम्बर की ऊंचाई ।

अम्बुधि की असीम गहराई ।।

शत्रु सामने आ जाए तो 

निर्भय रह उसको ललकारें ।

                 बढ़े चलें हिम्मत मत हारें.….

पांव पुहुमि पर रहें टिकाए ।

आंख लक्ष्य पर रहें गड़ाए ।।

केवल अपने लिए न सोचें 

अपने साथ अनगिनत तारें ।

                 बढ़े चलें हिम्मत मत हारें…..

जो बोएंगे, वह काटेंगे ।

रत्नों से भू को पाटेंगे ।।

बनें स्वयं अपने निर्माता 

मत औरों की ओर निहारें ।

                 बढ़े चलें हिम्मत मत हारें…..

जो कुछ मिले प्रेम से पाएं ।

गीत प्रार्थना के हम गाएं ।।

जगदाधार सदैव साथ है 

प्रेमपूर्वक अगर पुकारें ।

                   बढ़े चलें हिम्मत मत हारें……

@ महेश चन्द्र त्रिपाठी 

Category:Poem



ProfileImg

Written by Mahesh Chandra Tripathi

0 Followers

0 Following