इसलिए ओ तुम्हे बार –बार किस कर देता है ।
तब फिर से सूर्या बोली ! " ऐसा कुछ नही है ! अब क्या जो वो बोलेगा ! वो करना ही पड़ेगा । है क्या ? वो जो उसकी हर बात माननी पड़ेगी ।"
शैली सूर्या की बातो को सुन के फिर से बोली ! “ माननी तो पड़ेगी उसकी बाते , क्यूकी वो अब बॉस है , तुम्हारा ।”
तब फिर सूर्या चिड़ते हुए बोली ! " मैं क्यू मानू उस खड़ूस की बात को । और तुम्हें तो पता है ! न की सूर्या का जो मन करता है ! वो वही करती है ! सूर्या किसी का भी नही सुनती है ! सबको सूर्या की ही सुननी पड़ती है ।
तभी वहा सुमन जी आ गईं ! सुमन जी के आते ही सूर्या शैली अचानक से एकदम चुप हो गई ।
दोनो को अचानक शांत होते देख । सुमन जी उन दोनो से पूछने लगी ! “क्या हुआ , क्या बाते हो रही थी , तुम दोनो में ।”
तभी सूर्या हड़बड़ाते हुए बोली !
" नही मां कुछ नही , बस ऑफिस की ही बाते हो रही थी । और क्या होगा ।"
सूर्या की बात सुनकर सुमन जी बोलीं ! “ ठीक है , तुम दोनो चल के खाना खा लो ।”
तब सूर्या बोली ! “ हा मां आप चलिए हम आते है ।”
जैसे ही सुमन जी वहा से चली गईं । तो सूर्या फिर से बोली ! “ अच्छा हुआ , मां ने कुछ सुना नही, नही तो फालतू में परेशान हो जाती ।”
सूर्या की बाते सुन कर शैली तुरंत बोली ! “ हा यार , चलो अभी नही तो आंटी फिर आ जायेगी , हमे बुलाने के लिए ।”
तब सूर्या हड़बड़ाती हुई बोली ! " हा चलो" और फिर दोनो खाना खाने चली गई ।
ईधर अदवय मीटिंग से निकल कर अपने घर को जा ही रहा था , कि रास्ते में उसे एक नाईट क्लब दिख गया ।
वहीं अदवय अपनी कार रोक दिया ! और फिर क्लब के अन्दर चला गया । और वहा जाके तुरंत ही ड्रिंक करने लगा ।
अदवय इतना ड्रिंक कर लिया था ! की वो अपने घर तक भी नही पहोंच सकता था ।
अदवय की हालत देख कर क्लब का मैनेजर उसके फोन से ही शिवेश को कॉल किया ! और उसे अदवय की हालत के बारे में बताया ।
फिर शिवेश को क्लब में बुलाया ! ताकि शिवेश अदवय को उसके घर ले जा सके । क्यूकि रात बहोत हो चुकी थी । और क्लब बंद करने का वक्त हो गया था ।
तभी वहा शिवेश आ गया ! और फिर अदवय को अपने साथ लेके अपने हॉस्टल के रूम पे चला गया । और वही पे अदवय को सुला दिया था ।
और फिर सुबह जब अदवय का नसा उतर गया ! तो वो भी उठ गया ! लेकिन नसे की वजह से अभी भी उसके सिर में दर्द था ! अदवय को उठते देख शिवेश उसके लिए भी कॉफी ले आया ।
और फिर बोला ! “ कैसा है यार , और क्या हो गया था ! तुझे जो तुने इतना ड्रिंक कर लिया था ।”
तब अदवय गुस्से में बोला ! “उसकी हिम्मत कैसे हुई , की उसने मुझे अदवय सिंह सूर्यवंशी को उल्टा ज़बाब दि ।”
अदवय की बाते सुन कर शिवेश उससे पूछने लगा ! “ कौन , क्या हुआ है ? कुछ तो बताओ ।”
तभी अदवय फिर से बोला !" वो कैसे बोली की मैं नहीं करूंगी , एक लड़की होके मुझे ज़बाब देगी ।"
तब शिवेश फिर से बोला “ अच्छा ये सब छोड़ , ये बता कल तुझे तेरा असिस्टेंट मिलने वाला था ! कौन है ! कैसा है ।”
तब अदवय बोला ! “ Mr. सूर्यवंशी ने मेरे लिए एक लड़की को असिस्टेंट के लिए चुना है ! और वो कोई और नहीं बल्कि वही जिद्दी लड़की है ! miss. सूर्या सिंह भारतद्वाज ही है ।”
तब शिवेश झटके से बोला !" क्या? कौन है, ये तो वही लड़की है ! न जिससे तू हमेशा लड़ता रहता है ।"
फिर शिवेश हस्ते हुए बोला ! “ क्या ! सूर्या वही न कॉलेज वाली ।”
फिर अदवय गुस्से में बोला ! "हा वही । " और फिर दोनो रेडी हो कर कॉलेज के लिए निकल गए ।
सूर्या को भी सुबह उठने में लेट हो गया था ! तभी किचन से आवाज आई ! “ उठ जा सूर्या, आज क्या कॉलेज नहीं जाना ।”
तभी वो हड़बड़ती हुई उठी । और फिर बोली “ हे शिव जी आज फिर लेट हो गया । ”
और फिर दौड़ती हुई वॉशरूम में चली गई । फिर सूर्या और शैली दोनो तैयार होकर नाश्ता करने के लिए आ रही थी ।
उन दोनो को आते देख कर सुमन जी फिर बोलीं ! “सूर्या अब तो जल्दी उठा कर । ”
तभी सूर्या अपनी मां से बोली ! " हां ठीक है ! मां कल से जल्दी उठ जाऊंगी ।" इतना बोल के वो दोनो एक–एक पराठा उठा कर जाने लगी ।
तभी सुमन जी फिर से बोली ! “ अरे नाश्ता तो कर लो दोनो ।”
तब सूर्या बोली ! " लेट हो रहा है ! मां , बाद में खा लेंगे । " तब सुमन जी बोली !" हे भगवान क्या होगा इस लड़की का खुद तो कुछ खाती नही है ! बेचारी शैली को भी भूखा मरेगी ।"
इतना बोल के सुमन जी भी अपने कामों में लग गई थी ।
जैसे ही सूर्या और शैली कॉलेज पहुंची ! तभी सूर्या को अचानक से अदवय दिख गया । लेकिन सूर्या वहा कुछ भी बोली नही , और वो चुप चाप वहा से जाने लगी ।
लेकिन सूर्या अदवय की तरफ ही देख रही थी । और चलते–चलते एक लड़की से टकरा गई ।
वो लड़की सूर्या को बस इतना ही बोली !" तुम्हे दिखाई नहीं देता है ! जरा अपनी आखों को सामने रखो । "
तब तो सूर्या सिर्फ उस लड़की को आंखे दिखा के वहा से अपने क्लास रूम की तरफ चली गई । लेकिन जब क्लास खत्म हो गया ।
तभी वो लड़की अचानक से सूर्या को कैंटीन में दिख गई ! तभी सूर्या उस लड़की को ज़बाब देने का सोच रही थी !
और फिर सूर्या ने अपना खुरापाती दिमाग लगाया । और उसके कॉफी में फेविकोल मिला के दे दी । जिससे उस लड़की का होठ ही चिपक गया ।
और फिर उस लड़की को धमकी भी दी । “इस सूर्या से पंगा लोगी न तो इससे भी बुरा होगा । और अपना दिमाग जरा ठंडा रखा करो, सूर्या के सामने । ”
और फिर सूर्या वहा से चली गई ! जैसे ही सूर्या कैंटीन से बाहर निकली ही थी ! की तभी वहा उसे शैली मिल गई ।
तभी शैली सूर्या के चहरे पर जो गुस्सा और खुशी थी ! वो देख कर उससे पूछने लगी ! क्या? सरारत कर के आ रही हो , तुम ।"
तब सूर्या मुस्कुराते हुए बोली ! “ कुछ नही बस किसी को उसकी हकीकत दिखा रही थी ।”
फिर सूर्या अपनी घड़ी पे देखी ! तो और चिल्ला के बोली । “ हे शिव जी आज अगर लेट हो गई ,तो वो अकडू मुझे तो मार ही डालेगा ! बस आज आप बचा लेना ! उस खड़ूस से ।”
इतना कह के सूर्या वहा से ऑफिस के लिए निकल गई ।
जब सूर्या ऑफिस पहुंची । तो उसे अदवय वही गेट पे ही मिल गया ।
सूर्या अदवय को वहा खुद से पहले पहोचा देख कर शॉक्ड हो गई थी ! की आज फिर अदवय सूर्या को हर्ट और परेशान करेगा ।
लेकिन आज अदवय कुछ भी नही बोला । फिर अदवय अपने कैबिन की तरफ चला गया । लेकिन कोई भी अदवय के शांत रहने की वजह नही जानता था ! और ना ही कोई इस बात से वाकिब था ! की वो आगे क्या करने वाला था !
थोड़ी ही देर बाद अदवय सूर्या को अपने कैबिन में बुलाया ।
और सूर्या से एक "लेटर लिखने " को बोल दिया । और ये भी कहा ! “कि जो कुछ भी मैं बोलूगा ! तुम्हे वही लेटर में लिखना है ।”
तब उस वक्त सूर्या बस इतना ही बोली ! " ओके सर ! " और फिर सूर्या एक पेन और पेपर ले ली । और फिर लिखने के लिए तैयार हो गई ।
तब अदवय बोलना स्टार्ट कर दिया । लेकिन अदवय इतना तेज बोल रहा था ! और एक वर्ड एक ही बार बोल रहा था ।
जिससे की सूर्या लिख ना पाए । और सूर्या को 10 मिनट का वक्त दिया ! वो लेटर को तैयार करने के लिए ।
तभी सूर्या अदवय से बोली ! “ Sir इतना काम टाइम में कैसे तैयार होगा ! ये लेटर ।”
उस वक्त अदवय बस इतना ही बोला !" This is your problem ! और फिर वो अपना काम करने लगा ।
क्या सूर्या तैयार कर पाएगी , अदवय का दिया हुआ लेटर ।
क्या करेगी सूर्या जानने के लिए जुड़े रहिए
To be continued
Story writer
0 Followers
0 Following