लव विथ साइको

First day off college

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15 Jun '24
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सूर्या को जब कुछ नही सुझा तो उसने अपना खुरापाती  दिमाग लगाया और अपना एक घुटना उठा कर अदवय

के मेन पार्ट पर कस के मारा  जिससे अदवय के हाथ सूर्या के गर्दन से हट गया और उसकी पकड़ सूर्या के ऊपर से ढीली पड़ गई और सूर्या छूट गई।

  और वहा खड़े सारे लोग दोनो को देख रहे थे। सूर्या तो छूट गई थी लेकिन अदवय का गुस्सा और बढ़ गया था ।

सूर्या ने अदवय को घूरते हुए देखा ,और वहा से चली गई । 

    तब अदवय भी गुस्से में वहा से निकल गया , फिर दोनो अपने कॉलेज चले गए ,

   Frist day of college 

      इधर सूर्या  अपने कॉलेज पहुंची ।  जैसे ही सूर्या कॉलेज पहुंची तभी उसने देखा की वहा कैंपस में एक ही जगह पे बहुत सारे लड़के और लड़कियां  एक जुट में खड़े थे ! 

जिन्हे देख के  सूर्या उन लोगो की तरफ जाने लगी । लेकिन तभी सूर्या देखी की उन सब को  हटाते हुए दो तीन लड़के  जो की सूर्या की तरफ आ रहे थे ! 

उन लड़कों को देख के सूर्या तो तुरंत ही उस ब्लैक शर्ट वाले को पहचान गई ! और। फिर अचानक से बोलि !

"ये तो वही इंसान है ! जो मुझसे अभी  टकराया था ! अदवय सिंह सूर्यवंशी ।

   अदवय को देखते ही सूर्या का गुस्सा और भी बड़ गया, सूर्या अदवय की तरफ गुस्से में जा रही थी की तभी वहा फिर से  बहोत ज्यादा भीड़ हो गई , जिसके कारड़ सूर्या वहा नही जा सकी ।

   तब ओ अपने क्लास रूम के तरफ  चली गई 

 जैसे ही सूर्या अपने क्लास रूम में गई , वहा उसकी सिनियर क्लास की लड़किया , उसके क्लास के कुछ लड़कियों के साथ रैगिंग कर रही थी। 

    जब सूर्या वहा पहुंची तो इसे भी परेशान करने लगी !

      तभी सूर्या ने उस लड़की की बात को काटते हुए बोली "अबे ओ छिली हुई छिपकली , क्या बोली बे ! " 

      वाह खड़ी सारी लड़कियां सूर्या की  तरफ हैरानी से देखने लगी ! 

जहा सारी लड़कियां ,  अपने सिनियर लड़कियों से डर रही थी, वही हमारी सूर्या बिना किसी से डरे उनका जवाब दिए जा रही थी। 

और उन्हें  भी अपना जलवा दिखा रही ।   

        तब सूर्या वहा से निकल के अपनी सीट की तरफ जाने  लगी ! 

    ईधर हमारे अदवय बाबा की एंट्री होने वाली ही थी ! की तभी  सूर्या और अदवय फिर से क्लास रूम के डोर  पे ही  टकरा गए ! 

और फिर  दोनो ने एक दूसरे की तरफ देखा और बोला 

"तुम _   तुम " दोनो ने एक दूसरे को बोला ! 

तभी वहा एक प्रोफेसर शुक्ला जी आते ही बोले "क्या हो रहा है"?  सभी स्टूडेंट सर की बात सुनते ही अपने जगह पर चले गए फिर क्लास चलने लगा  । 

       क्लास खत्म होते ही सारे स्टूडेट जाने लगे लेकिन सूर्या अपनी सीट पर ही बैठ के कुछ सोच रही थी ! कुछ  देर तक सूर्या वही बैठी रही । फिर थोड़ी ही देर में  सूर्या क्लास रूम से बाहर निकल गई ! 

   इधर अदवय सिंह सूर्यवंशी सूर्या का बर्बाद करने और अपना बदला लेने के बारे में अपने दोस्त के साथ बाते कर रहा था। शिवेश सिंह राजपूत जो की अदवय  का बेस्ट फ्रेंड था !  जो की एक  "एम एल ए" का बेटा है । 

         लेकिन सूर्या को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा , ओ अपने ही अंदाज में वहा से अपने घर के लिए  निकल गई , लेकिन  सूर्या का मूड अभी भी ऑफ था। 

   सूर्या जैसे ही अपने घर पहुंची ! तो उसकी मां ने पूछा की "क्या हुआ ,  तेरा मूड क्यू ऑफ है और आज का दिन कैसा रहा तेरा कॉलेज में आज तेरा पहला दिन था ! कॉलेज में  " 

    लेकिन सूर्या ने कोई जवाब नही दिया , और सीधे अपने कमरे में चली गई । 

फिर सुमन जी भी अपने कामों में व्यस्त हो गई,

  लेकिन सूर्या अभी भी वही सुबह की बात सोच रही थी। क्यूकी जो हुआ था , ओ सूर्या ने कभी सोचा नहीं था।

  उधर अदवय गुस्से में ही ऑफिस में पहुंचा वहा अदवय अपने पिता से मिला , जो की एक  बहोत बड़े  बिजनस मैंन जो अभिषेक सिंह सूर्यवंशी जी है 

अपने पिता को सामने देखते ही , और भी गुस्से में हो गया ,और फिर गुस्से में ही अपने कैबिन में चला गया ।

इधर सूर्या चुप चाप अपने कमरे में बैठी थी ! और सुबह जो हुआ था ! वही सब सोच के परेशान हो रही थी ! तभी सूर्या को उसके दोस्तो का कॉल आ गया ! 

और फिर  हमारी सूर्या   अपने दोस्तो के साथ मस्ती करने लगी । सूर्या की कुछ खास दोस्त है यस्सी, सीवी, शैली,।

  जो की उसके साथ ही पड़ती थी, और फिर उसी के साथ  कॉलेज में भी आ जायेंगी ।

फिलहाल ये सब कॉन्फ्रेंस कॉल पर सूर्या के कॉलेज का पहला दिन कैसा था , इस बारे में बाते कर रही थी । सूर्या सबको बताती है ! जो भी उसके साथ हुआ था ! सुबह में ,  फिर सूर्या सबको बाय और गुड नाईट बोल कर सो जाती है ।

लेकिन अदवय के दिमाग में  अभी भी सूर्या से बदला लेने की बात ही चल रही है ,

वह यह सोच कर गुस्सा कर रहा था ! की कोई उसे ऐसे कैसे बोल सकता है। क्यूकी लड़कियां तो उसे देखते ही फ्लैट हो जाती थी, लेकिन सूर्या तो उसकी बेजती करने लगी ।

  सूर्या की कही हुई बाते और उसका चेहरा अदवय के दिल और दिमाग में बार _ बार आ रहा था ।

जिससे ओ परेशान होने लगा और अपनी कार से बियर की बोतल निकाल कर पीने लगा !

फिर वो अपनी कार के बोनट पर बैठ गया , और बियर पीते — पीते कार की बोनट पर सो गया।

  अगले दिन जब अदवय  की आख खुली तो अपनी हालत देख के ओ खुद ही पर गुस्सा होने लगा ।

   वही से अदवय अपने  दोस्त शिवेश के रूम पे चला गया, शिवेश एक हॉस्टल में रहता था, शिवेश  M L A  का बेटा था । लेकिन शिवेश अपनी फैमिली से दूर रहता था ।

अदवय और शिवेश दोनो तैयार होकर कॉलेज के लिए निकल गए ! और जब वो दोनो अपने कॉलेज पहुंचे !  

तो  वो  दोनो कैंपस में ही अपनी जिप के बोनट पे ही बैठा  हुआ था ! 

 इधर हमारी सूर्या भी तैयार होकर अपने घर से कॉलेज के लिए निकल गई !   सूर्या ने जहा पिंक कुर्ता और ब्लू जींस पहना है , अपने बालो को हवा में लहराते हुए , अपनी पिंक कलर की स्कूटी से कॉलेज में एंट्री की ! 

सबकी नजर उसकी तरफ ही हो गई ! 

 लेकिन जब अदवय  की नजर सूर्या पर पड़ी ! तो वो सूर्या को देखते ही रह गया ! 

अदवय सूर्या को परेशान करने के लिए कुछ लड़कियों को सूर्या के पास इसारे से भेजा ! 

अदवय के कहने पे , जब  ओ लड़किया सूर्या के पास पहुँची ! तो सूर्या ने उन लड़कियों को इग्नोर कर के आगे जाने के लिए  ! अपने कदमों को आगे की तरफ बड़ाया ! 

तो उनमें से एक लड़की सूर्या के सामने जा के खड़ी हो गई ! और उसे आगे जाने से रोक दी ! 

 और फिर    हमारी दबंग सूर्या उन लड़कियों को देख के ही बोली ! " तुम लोग फिर से आ गई , कल की बेजति कम थी क्या? जो आज फिर कराने आ गई " । और फिर उस लड़की को हटाते हुए आगे जाने लगी !

 तो फिर से उन लड़कियों में से एक ने फिर से सूर्या को रोक दिया और बोला " he you " इतना ही बोलने पर सूर्या ने उसकी बात फिर से काट दी , और बोली ! 

   “अबे ओ छिली हुई ककड़ी, अपनी खिटपिट इंग्लिश न अपने पास रखो , मुझसे टकराई न थोबड़ा बिगाड  दूंगी समझी न ! ”

  "थोबड़ा का मतलब समझती हो तुम्हारी सकल  " 

 उन लड़कियों में जो लीडर थी ! फिर  सूर्या उसके पास गई !  और बोली ! " ओ आटे की दुकान अपनी छिपकलियों को समझा दो की मुझसे पंगे ना ले वरना उनकी सेहत के लिए  अच्छा नहीं होगा"। 

   इतना बोल के सूर्या अपनी क्लास रूम की तरफ चली गई, 

    इधर अदवय सिंह सूर्यवंशी की नजर सूर्या से हटी ही नही रही थी !  तभी अचानक से शिवेश बोल पड़ा ! “ क्या लड़की है यार , जिसकी रैगिंग से पूरा कॉलेज डरता है उसे मुंह तोड़ जबाब दे दिया, क्या बात है ! ”

शिवेश की बात सुनकर अदवय फिर गुस्से से वहा से अपनी क्लास रूम  की तरफ जाने लगा । शिवेश अदवय को जाते देख ओ भी अदवय के पीछे बोलते हुए गया , "क्या हुआ यार तू ऐसे क्यू चला आया "  ।

    अदवय शिवेश की बात को काटते हुए , बोला "कुछ नहीं यार" दोनो अपने क्लास रूम में चले गए ।

क्लास रूम में बैठ कर भी अदवय सूर्या की कही  हुई बाते सोच रहा था ।  

     अचानक से अदवय की नजर सूर्या पर पड़ी और ओ सूर्या को देखता रह गया ।

  तभी वहा एक प्रोफेसर आ गए ! जो कि manejment acauntiing पढ़ाते थे , ले

अदवय की नजर अभी भी सूर्या पर थी । 

  जब प्रोफेसर अदवय की तरफ देखे ,तो उसे  डाटते हुए बोले  !" तुम्हारा ध्यान कहा है ! 

तब प्रोफेसर अदवय को खड़ा कर के पूछने लगे  जो अभी उन्होंने बताया था ! 

लेकिन अदवय का ध्यान तो कही और था

  इसलिए ओ कुछ बता नही पाया ये सब देख कर सूर्या ने हल्का सा हस दिया , और उसकी तरफ देखते हुए ! बोली "  इनको तो बस दूसरो को परेशान करने आता है ! " ये देख कर अदवय फिर से गुस्से से लाल हो गया,

और क्लास छोड़ के चला गया ।

 जैसे ही क्लास खत्म हुआ सारे स्टूडेंट के साथ सूर्या भी बाहर आई , सूर्या को आते देख कर अदवय फिर उसकी तरफ आ गया और गुस्से में  बोला “बहोत हसी आ  रही थी ! तुम्हे ”

सूर्या अदवय की तरफ देखते हुए बोली " क्यू हस नही सकते , अब क्या हसने पर भी पाबंदी लगाओगे ,  या हसने के लिए  भी तुमसे परमिशन लेनी पड़ेगी "। 

इतना सुनते ही अदवय ने गुस्से में बोला !" तुम्हे पता है तुम किसके सामने खड़ी हो !"

 इतना सुनते ही सूर्या बोली “ नही ! तुम्ही बता दो की तुम हो कोन !”

इतना सुनते ही अदवय का गुस्सा और भी बड़ गया , और उसने सूर्या का मुंह बंद करने के लिए सूर्या के गर्दन पे हाथ रखा और अपनी तरफ खींचा और अपने सख्त होठों से सूर्या  के कोमल और पिंक होठों  को दबा के सक करने लगा ।

वहा खड़े सारे स्टूडेंट उन दोनो को ही देख जा रहे थे !

  लेकिन सूर्या खुद को अदवय से छुड़ा नही पाति है ! तब सूर्या अदवय के पैर पर अपने हिल्स से जोर से मरती है !

तब अदवय सूर्या को छोड़ देता है। लेकिन अभी भी अदवय बहोत गुस्से में था ! और वहा से गुस्से में ही अपने ऑफिस के लिए निकल गया ।

  वहा खड़े सभी स्टूडेंट सूर्या को बहोत अजीब तरह से देख रहे थे ! और सूर्या भी खुद को बहोत ही ज्यादा इंबेरिस   फिल कर रही थी ! और फिर वो वहा से भागती हुई वॉशरूम की तरफ चली गई ।

कुछ देर बाद वो बाहर आई ! और फिर वो चुप चाप अपनी स्कूटी की तरफ जाने लगी ! 

तभी वहा खड़ी एक लड़की सूर्या की तरफ देखते हुए बोली !" आज कल तो  लोग किसी भी हद तक जा सकते है ! "

तब सूर्या उस लड़की की तरफ गुस्से से देखी , उस वक्त सूर्या की आंखे गुस्से से लाल हो गई थी ! 

जिसे कोई भी  देख ले तो ! डर जाए ! फिर वो  लड़की क्या है ! 

सूर्या भी तब गुस्से में वहा से बाहर निकल गई ! 

उस वक्त सूर्या बहुत गुस्से में थी ! जिसकी वजह से कोई नहीं जान सकता था ! की सूर्या के दिमाग में क्या चल रहा था ! 

To be continued




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Written by Deepanjali Singh

Story writer