तब सूर्या अभिषेक जी के कैबिन में चली गई ! वहा सूर्या की मुलाकात फिर से अदवय से हो गई ।
दोनो एक–दूसरे को देख कर शॉक्ड हो गए थे , लेकिन वो दोनो अभिषेक जी के सामने कुछ बोल नहीं सकते थे ।
वहा तो सब कुछ शांति से हो गया ! लेकिन जब अभिषेक जी एक मीटिंग के लिए वहा से बाहर चले गए ।
फिर दोनो एक–दूसरे को गुस्से में देखते हुए ! वहा से चला गया !
और फिर अदवय भी अपने कैबिन में चला गया ! और गुस्से से सूर्या को भी अपने कैबिन में बुलाया ।
कैबिन में फिर दोनो एक–दूसरे से लड़ना सुरू कर दिए ! और तभी वहा अचानक से अभिषेक जी का असिस्टेंट आ गया !
और अदवय और सूर्या को एक–दूसरे से लड़ता देख कर थोड़ा शॉक्ड हो गया था ! लेकिन वो वहा कुछ भी नही बोला ।
उसके देखते ही ये दोनो एकदम से चुप हो। गए ।
तभी वो अभिषेक जी का असिस्टेंट अदवय को मीटिंग की फाइल दिया ! और फिर वहा से मुस्कुराता हुआ चला गया ।
तब सूर्या भी वहा से जाने लगी ! लेकिन अदवय फिर से उसे वही रोक दिया ! और फिर फाइल मेंटेन करने के लिए बोला ।
अदव्य की बात को सुन कर सूर्या उसे गुस्से में घूरते हुए देख रही थी ।
फिर सूर्या थोड़ी देर बाद टेबल के पास गई ! और फाइल टेबल से उठा ली ! और फिर उसे पड़ने लगी ।
और जो भी करेक्सन उस फाइल में करना था ! वो करने लगी । लेकिन अदवय सूर्या को तो परेशान करने का सोच रहा था ! तभी अचानक से अदवय सूर्या को “कॉफी लाने को बोला ।”
लेकिन सूर्या तुरंत गुस्से से बोली ! “ मैं तुम्हारी असिस्टेंट हूं ! नौकर नही जो की तुम्हारे लिए कॉफी बिस्किट लाऊ । ”
इतना सुनते अदवय गुस्से से लाल हो गया । और सूर्या की तरफ अपने कदमों को बड़ाने लगा । लेकिन सूर्या मीटिंग की फाइल को पड़ने में बिजी थी । इस वक्त उसे कुछ और नही दिख रहा था !
अदवय सूर्या के पास गया ! और उसके हाथ को पकड़ के सूर्या को अपनी तरफ खींच लिया ।
और फिर अपना एक हाथ सूर्या के क़मर पे और फिर दूसरे हाथ से उसके हाथो को पकड़ लिया !
और फिर अदवय सूर्या को गुस्से से देखने लगा ! और फिर अपने सख़्त होठों से सूर्या के नाजुक और पिंक होठों को कस के दबा दिया ! और फिर सक करने लगा !
अचानक से ऐसा होने के कारण सूर्या शॉक्ड हो गई थी !
और उसकी दोनो आंखे खुली की खुली ही रह गई थी ।
लेकिन जब सूर्या होश में आई ! तो वो अदवय को अपने हाथो से दूर करने की कोशिश करने लगी ! लेकिन सूर्या अदवय को हिला भी नही पा ।
तब सूर्या अपना खुरापाती दिमाग लगाई । और अपने हिल्स सैंडल से अदवय के पैर पर जोर से मार दी ।
जब अदवय को चोट लगी ! तो वो सूर्या को छोड़ दिया ! सूर्या तो इस वक्त छूट गई ! लेकिन अदवय का गुस्सा अभी भी शांत नहीं हुआ था ।
तभी सूर्या अदवय के कैबिन से गुस्से में ही निकल गई । सूर्या थोड़ी घबराई हुई थी । की उसके साथ ये सब क्या हो रहा था ।
लेकिन अदवय को कोई फर्क नहीं पड़ रहा था ! उसे गुस्से में कुछ भी नही दिख रहा था ! की वो क्या कर रहा था । लेकिन जब अदवय का गुस्सा ठंढा हुआ ! तो वो सूर्या के बारे में सोचने लगा ।
और उसे महसूस हुआ, की जो कुछ भी वो कर रहा था ! क्या वो सही था ! या गलत ।
लेकिन फिर वो उसी अकड़ से। बोला !" सही हो या गलत ! उसे भी तो समझना चाहिए ! की मैं उसका बॉस हूं ! और उसे मेरी हर बात माननी होगी ।
अदवय ये सब सोच ही रहा था , की सूर्या फिर से अदवय के कैबिन में आ गई । और मीटिंग की फाइल टेबल पर ही रख दी !
और फिर सूर्या अपनी नॉर्मल आवाज़ में ही बोली !" सर आप की आज की मीटिंग की फाइल तैयार हो गई है । इतना ही बोल के वो फिर वहा से जाने लगी ।
सूर्या को वहा से जाते देख अदवय ने तुरंत बोला ! " वो मैडम कहा चली !" अदवय की बात सुन कर , सूर्या तुरंत ही गुस्से से बोली ! " मेरा जो काम था ! मैने कर दिया ।
"और अब मैं अपने घर जा रही हूं ! " सूर्या के ऐसा बोलने के कारण अदवय फिर से गुस्सा हो गया । और फिर गुस्से में ही वहा से अपनी मीटिंग के लिए चला गया ।
इधर सूर्या भी अपना सारा काम कर के , अपने के लिए निकल गई ।
उधर अदवय मीटिंग में पहुंच गया ! तो लेकिन अदवय अभी भी बहुत गुस्से में ही था ! जिसके कारण वो मीटिंग में भी चिड़ा हुआ था ।
और अभी भी उसका ध्यान सूर्या पे ही था ! और सूर्या की कही हुई बातो पर ही था । और अदवय के आखों के सामने सूर्या का चेहरा बार–बार आ जा रहा था ।
जिसके कारण वो मीटिंग पर ध्यान नहीं दे पा रहा था । तभी वहा बैठे एक आदमी ने अदवय को बोला ! “ वॉट हेपन सर ।”
तब अदवय उस आदमी की तरफ देखते हुए बोला ! " नथिंग " इतना ही बोल के अदवय मीटिंग से उठ के चला गया l
इधर सूर्या जब अपने घर पहुंची ! तो उसकी मां ( सुमन जी) उससे पूछने लगी !" कि उसका पहला दिन ऑफिस में कैसा था ।
तब सूर्या सुमन जी से बस इतना ही बोली ! “ हां ठीक था ।”
इतना ही बोल के सूर्या अपने रूम के तरफ चली गई ।
वहा पर सूर्या से शैली मिली ! जो की सूर्या से पूछने लगी !" क्या हुआ ! तेरा मुंह क्यू लटका हुआ है ! और हां तेरा ऑफिस में पहला दिन कैसा रहा ।"
सूर्या कुछ बोलती उसे पहले फिर से शैली बोली ! “ तेरा बॉस कैसा है , बता न यार कुछ तो बोल ।”
तभी सूर्या गुस्से से चिल्लाते हुए बोली !" तू मुझे कुछ बोलने देगी ! तब न मैं कुछ बताऊंगी !" तभी शैली एकदम से शांत हो गई !
तब सूर्या ने शैली को सब कुछ बताई ! जो कुछ भी ऑफिस में हुआ था । और ये भी बताई ! कि उसका बॉस कोई और नहीं बल्कि वो खड़ूस अदवय सिंह सूर्यवंशी ही है ।
शैली सूर्या की बात सुन कर अचानक से बोली ! " क्या? कौन वो अकडू खडूस गुस्सैल अदवय सिंह सूर्यवंशी है ! "
तब सूर्या अपनी दबी आवाज में बोली ! " हां, और आज फिर से उसने मुझे जबरदस्ती किस भी किया ।
सूर्या की बातो को सुन कर फिर से शैली ने चिल्लाते हुए बोली ! “ क्या ?”
“आज तूने ऐसा क्या कर दिया ! जो उसने फिर से तुम्हे किस कर दिया । ”
सूर्या मासूमियत के साथ बोली ! " यार मैंने कुछ नही किया, बस यही तो बोला था ! की मैं तुम्हारी असिस्टेंट हूं नौकर नही !"
तब शैली फिर से सूर्या की तरफ देखते हुए बोली !" क्या बोला था ! उसने जो तूने ऐसे बोला ।" तब सूर्या बोली ! “ उसने मुझे सूर्या को कॉफी लाने को बोला था ।”
शैली सूर्या की बाते सुन कर जोर –जोर से हसने लगी । और बोली ! " क्या ?यार तुम दोनो भी न अजीब हो एक तो जब भी मिलते हो ! एक–दूसरे से लड़ने लगते हो ।"
“और वो पागल इंसान जब भी तुम्हे चुप कराना चाहता है ! तो तुम्हे किस कर लेता है । क्यूकी सायद वो जनता है ! की तुमसे जीत पाना पॉसिबल नहीं है । ”
“इसीलिए ओ तुम्हे बार –बार किस कर देता है ।”
तब फिर से सूर्या गुस्साते हुए बोली !" ऐसा कुछ नही है ! तो क्या? जो वो बोलेगा, वो करना पड़ेगा । है क्या ? वो जो उसकी हर बात माननी पड़ेगी ।
शैली फिर से बोली ! “ माननी तो पड़ेगी उसकी बाते , क्यूकी वो अब बॉस है , तुम्हारा ।”
तब सूर्या बोली !" मैं क्यू मानू उस खड़ूस की बात । और तुम्हें तो पता है ! न की सूर्या का जो मन करता है ! वो वही करती है सूर्या किसी का भी नही सुनती है।
क्या? सूर्या मानेगी अदवय की बात या ऐसे ही उसे जवाब देती रहेगी।
क्या होगा ! जब सूर्या और अदवय कॉलेज और ऑफिस दोनो जगहों पर होंगे साथ–साथ।
To be continued
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