वहा खड़े सारे स्टूडेंट उन दोनो को देख रहे थे !
लेकिन सूर्या खुद को अदवय से छुड़ा नही पति है !
तब सूर्या अदवय के पैर पर अपने हिल्स से जोर से मरती है ! तब अदवय सूर्या को छोड़ देता है। लेकिन अभी भी अदवय बहोत गुस्से में था और फिर वहा से अपने ऑफिस के लिए निकल गया ।
वहा खड़े सभी स्टूडेंट सूर्या को बहोत अजीब तरह से देख रहे थे ! और सूर्या भी खुद को बहोत embarrass फिल कर रही थी !
और वहा से भागती भुई वॉशरूम की तरफ चली गई और फिर थोड़ी देर में ही बाहर आई ! और फिर अपने स्कूटी के तरफ जा ही रही थी !
तभी अचानक से वही खड़ी एक लड़की सूर्या की तरफ देखते बोली ! " आज कल तो लोग कही भी सुरू हो जाते है ! " तभी सूर्या उस लड़की की तरफ घूरते हुए ! देखने लगी !
गुस्से से सूर्या की आंखें ऐसे ही लाल हो गई थी ! जिसे देखते ही वो लड़की तुरंत ही चुप हो गई ! और अपना सर नीचे की तरफ झुका ली !
और फिर सूर्या वहां से निकल गई !.
इधर जैसे ही सूर्या मार्केट में पहुंची तो उसने देखा ! की वहा कुछ लड़के एक लड़की को परेशान कर रहे थे, और उसे छेड़ रहे थे । तभी सूर्या वहा पहोच गई !
और वहा। पहुंचते ही बोली ! " अरे भाई क्यू परेशान कर रहे हो एक लड़की को ! " तभी उन लड़कों में से एक ने बोला ! " तो ठीक है ! तुम भी चलो हमारे साथ !"और फिर से सूर्या उन लड़को के पास जा के उनसे बोली !
"अबे ओ बेवड़ो क्या एक अकेली लड़की को छेड़ रहे हो , हिम्मत है तो मेरे से लड़ के देखो , धूल ना चटा दिया तो मेरा नाम भी सूर्या सिंह भारद्वाज नही !"
सूर्या के इतना बोलते ही उनमें से एक लड़का सूर्या की तरफ आया और फिर आते ही बोला !
" तू ही मेरा क्या बिगाड़ लेगी " उसके इतना बोलते ही सूर्या ने उसके थोबड़े पर एक कस के पंच मार दिया , ओ लड़का कुछ दूर जाके गिरा !
फिर दूसरा लड़का आया ! उसका हाथ पकड़ के मोड़ते हुए ! उसके पीठ पर अपने कोहनी से मारा और उसे वही पटक दिया ।
जब तीसरा लड़का आया तो उसे भी उल्टा घुमा के दिया ।
और फिर सूर्या ने सारे लडको को खूब धोया और वहा से भगा दिया ।
वहा खड़े सभी लोग सूर्या को देखते रह गए ! की एक अकेली लड़की ने पांच –पांच लड़को को खूब धो दिया ।
और उन्हें वहा से भगा भी दिया ।
तभी वहा सूर्या की दोस्त शैली आ गई ! और सूर्या के कारनामे देख कर बोली !
" यहा भी तेरी दबंगयी सुरू हो गई ! " शैली की बात सुनकर सूर्या बोली ! “ सूर्या का दूसरा नाम ही दबंग्यी है । ”
शैली , सूर्या की दोस्त है ! जो की उसी के कॉलेज में ऐडमिशन लि है !
लेकिन ,शैली एक विल्लेज से बिलॉग करती थी ! और यहां शैली सूर्या के साथ रहने को आई थी !
और फिर यहां सूर्या और शैली कुछ सामान ली ! और फिर वहा से अपने घर के लिए चली गई ।
इधर हमारे हीरो अदवय सिंह सूर्यवंशी कॉलेज से अपने ऑफिस पहुंचे थे ! तभी वहा एक employ से अदवय की टकरार हो गई !
और एम्प्लॉयी के हाथो से सारी फाइल्स अदवय के पैरों पर गिर जाती है, जिससे अदवय को छोटी सी चोट लग गई ।
एक तो अदवय पहले से ही बहोत गुस्से में था । और एम्प्लॉयी के टकराने से उसका गुस्सा और भी ज्यादा बड़ गया ।
जिसके कारण अदवय ने उस एम्प्लॉयी को बहोत ज्यादा डाटा और बोला ! “ I said get out from here । ”
और बोला की ! " ऐसे एम्प्लॉयी की जरूरत नहीं है ! मुझे, जो काम कम करे और बकवास ज्यादा करे , लेकिन उस एम्प्लॉयी ने बस sorry बोल के वहा से हट गया ।
जब वहा से अदवय अपनी कैबीन में चला गया ! तभी सारे एम्प्लॉयी एक साथ बोलने लगे !
"कास हमारे ऑफिस कोई ऐसा आ जाए जो boss की इस अकड़ का मुंह तोड़ जवाब दे सके ।"
इतना बोल के सभी एम्प्लॉयीज अपने कामों में लग गए ।
इधर हमारी सूर्या शैली के साथ अपने घर पहुंची ! तो देखा वहा सूर्या की मां सुमन जी सूर्या के आने की राह देख रही थी ।
तभी सूर्या वहा पहुंच गई ! सूर्या और शैली को देख कर सुमन जी बोली !" बड़ा लेट कर दिया तुम दोनो ने आने में ।"
सुमन जी फिर शैली से बोली ! "और बेटा शैली कैसी हो तुम और आने में कोई दिकत तो नही हुई न ! " तब शैली बोली ! “ जी आंटी मैं बहोत अच्छे से आ गई और मैं बिल्कुल ठीक हूं आंटी ।”
फिर सूर्या और शैली दोनो अपने रूम के तरफ चली गई । इधर सुमन जी भी दोनो के लिए नाश्ता बनाने लगी ।
उधर ऑफिस में अदवय सबको किसी न किसी बात पर डाट ही रहा था ! की “ तुम लोग किसी काम के नही हो बस थाट से बैठ कर सैलरी चाहिए तुम लोगो को !”
तभी वहा अदवय के पिता जी आ गए। ! और ये सब देख कर पूछे ! "क्या हुआ ,यहां क्या हो रहा है ! "
अदवय अपने पिता की बात सुनते ही वहा से अपने कैबिन की तरफ चला गया ।
तब एक एम्प्लॉय अभिषेक जी पास आ आया ! और जो भी वहा पर हुआ था ! वो सब बताया ।
तब अभिषेक जी बस इतना ही बोले ! " sorry गाइज आप लोग अपना काम करिए ! " और फिर वो भी अपने कैबिन की तरफ चले गए ।
फिर थोड़ी ही देर में अदवय ऑफिस से अपने घर के लिए ! निकल गया ।
उधर अदवय गुस्से में जब सूर्यवांशी विला पहोचा ! और जसे ही अद्वय हाल में सोफे पर बैठा तभी उसका एक नौकर पानी ले के वहा आया ।
लेकिन अदवय को अपने गुस्से के आगे कुछ दिखाई नहीं दे रहा था ! उसने अपना गुस्सा नौकर पर ही निकाल दिया , और उस नौकर को वहा से बाहर निकाल दिया ।
फिर अपने रूम में जाके सारा सामान तोड़ने –फोड़ने लगा ।
जब नौकरो ने ये सब देखा ! तो उनमें से एक नौकर ने अदवय के दोस्त शिवेश को "कॉल कर के बताया और शिवेश को सूर्यवंशी विला जल्दी से आने को बोला ।"
जब शिवेश सूर्यवंशी विला पहुंचा तो उसने देखा ! की अदवय ने खुद को भी काफी चोट लगा ली थी ।
तब शिवेश ने अदवय को समझाया और उसके चोटों पर दावा लगाया फिर उसे सुला दिया ।
और शिवेश भी वही सो गया ।
जब ये सारी बाते अभिषेक जी को पता चला ! तो उन्हे लगा की काम और स्टडीज के वजह से चिड़चिड़ा हो गया होगा ।
इसलिए अभिषेक जी ने उसके लिए एक असिस्टेंट के लिए ऑफर निकालने के लिए अपने असिस्टेंट को ऑडर दे दिया ।
इधर हमारी सूर्या अपनी जॉब के लिए अलग–अलग कंपनियों में अप्लाई कर रही थी । जिनमे से एक अदवय की कंपनी भी थी ।
अगला दिन सुबह
ऑफिस में अभिषेक जी अपने कैबिन में बैठे हुए थे ।
तभी अभिषेक जी की नजर सूर्या की डॉक्यूमेंट फाइल पर पड़ी ! फिर जब अभिषेक जी ने सूर्या की डॉक्यूमेंट फाइल देखे ! तो तभी अपने असिस्टेंट को बोल के सूर्या का इंटरव्यू लेने के लिए बोल दिए ।
तब सूर्या का इंटरव्यू हुआ ! और सूर्या को जॉब मिल गई ! लेकिन सूर्या को पता नहीं था ! की अदवय सिंह सूर्यवंशी ही उसका बॉस था ।
और ना ही अदवय को पता होता है ,की सूर्या ही उसकी नई असिस्टेंट थी ।
क्या होगा जब अदवय और सूर्या ऑफिस में एक दूसरे के सामने बॉस और असिस्टेंट के रूप में आयेंगे।
क्या करेगी सूर्या , क्या सूर्या खुद को अदवय से बचा पाएगी ।
To be continued
आप लोग coment box में जरूर बतायिए की आप को अदवय और सूर्या की story कैसी लगी ।
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