"नजरे मिलाकर देखो"
जरा नजरे मिलाकर देखो, नजारे बदल जायेंगे,
हम तेरी जिंदगी में, खुशियों की बहार लायेंगे।
तेरी आने की खुशी में, कलियां भी खिलने लगी हैं।
डाल पर बैठी कोयल, मिलन की गीत गा रही हैं।
भिन-भिन करती भौंरा, कानों में कुछ कह रही हैं।
रंग-बिरंगी तितलियां, तुम्हें प्रेम संदेशा दे रहीं हैं।
जरा गले लगाकर देखो, तराने बदल जायेंगे।
सावन की काली घटायें, गरज कर क्या कह रहीं हैं।
ये शीतल सुहाने हवाएं, रोम-रोम को जगा रही हैं।
प्रात: कलरव करती पक्षी, मिलकर कुछ गा रही हैं।
तुम्हें देखकर मेरा दिल, न जाने क्यों गुनगुना रही है।
जरा दिल में उतरकर देखो, सितारे बदल जायेंगे।
कविता लिखना एक बहाना है, तुम्हें यादों में बसाना है।
स्याही में प्यार का रंग घुली है, मेरे सांसों में तू ही बसी है।
चांद को देखना एक बहाना है, चांद में चेहरा तुम्हारी है।
मेरे जिंदगी के प्रेम कहानी में, सुनहरे अक्षरों में नाम तुम्हारी है।
प्यार की दरिया में डूबकर देखो, किनारे बदल जायेंगे।
_________ तेजू सिंह गोंड़
Village Rausarkhar Post-Lamsarai Tahsil-pushparajgarh District Anuppur MP pin 484881, mo-7999611513 9669366225
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