आपने महान वैज्ञानिक और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का नाम तो सुना ही होगा… अत्यंत गरीब परिवार के होते हुए भी उन्होंने अपना सपना पूरा करने के लिए अख़बार बेचकर पढ़ाई की…। कहते भी हैं कि किसी भी क्षेत्र में की गई मेहनत कभी बेकार नहीं जाती…। उसका फल अवश्य ही मिलता है…। कोई जरूरी नहीं कि फल पैसे के रूप में ही हो…। काम करते रहने से आपकी शारीरिक क्षमताएं निरंतर बढ़ती जाती हैं…। आज के समय में थकान एक ऐसा शब्द है, जो हर किसी के साथ जुड़ा हुआ है…। इसका तात्पर्य यही है कि हम अपनी शारीरिक क्षमता से कहीं अधिक कार्य कर रहे हैं। हालांकि यह सत्य है कि आज कार्य अधिक नहीं है…, बल्कि शरीर में शक्ति उतनी नहीं है कि हम लगातार और एकाग्रचित होकर किसी कार्य को करते ही नहीं है…। आप कार्य में रम जाइए… फिर देखिए कि जिस कार्य में मन नहीं लगता, उसे भी बहुत अच्छे से कर सकेंगे…। दूसरी सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम किसी न किसी बात को लेकर अनावश्यक तनाव पाल लेते हैं… वास्तव में यह तनाव नहीं, बल्कि यह हमारी नकारात्मक मानसिकता ही है। अगर हम सकारात्मक विचार के साथ अपने जीवन को चलाएंगे तो यही तनाव हमें एक पाठ पढ़ाने का कार्य करता है, लेकिन हम इसे समझते ही नहीं।
आप एक बात का परीक्षण कीजिए… किसी चौराहे पर मात्र दस मिनट खड़े हो जाइए… वहां से निकलने वाले हर चेहरे को गौर से देखिए… आपको किसी भी चेहरे पर मुस्कान नहीं दिखेगी… सब एक तनाव के साथ भागते हुए दिखाई देंगे…। खुशी तो कहीं है ही नहीं। इसका मतलब यही है कि हम खुश रहना भूल गए हैं…। हम अपने आपको छोटी छोटी बातों में उलझाए हुए हैं। अगर हम छोटी छोटी बातों में खुशी ढूढने का प्रयास करेंगे तो आपको वहां खुशी दिखाई देगी… आपके कदम कदम पर खुशियाँ बिखरी हैं… लेकिन तनाव के कारण हम उन्हें देख ही नहीं पाते। मैंने एक बार एक एक व्यक्ति को देखा… वह चेहरे पर मुस्कान लिए था… मैंने पूछा कि आज तो प्रसन्न है…? उसने बहुत सुन्दर जवाब दिया… भाई साहब जब मैं तनाव में होता हूँ… तब किसी फ़िल्म के कॉमेडी सीन को याद कर लेता हूँ…। मेरा तनाव दूर हो जाता है, इसमें कौन सा पैसा लगता है। ऐसे ही आप भी जीवन को मुस्कान देने वाली बातों को याद कीजिए… और मुस्कराते रहिए…। याद रखिए व्यक्ति के खिले हुए चेहरे बहुत सुन्दर लगते हैं… उदास चेहरे वातावरण को खराब करते हैं।
अब्दुल कलाम एक बात और कहते थे कि सपने वह नहीं होते जो नींद में देखे जाते हैं, बल्कि सपने वे होते हैं… जो आपको सोने नहीं देते। कहने का तात्पर्य है कि आप सपना अवश्य देखिए… और उसे मुस्कान के साथ पूरा करने का प्रयास कीजिए… आपकी जिंदगी सुधर जाएगी…।
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