कर्मवीर बन गायें गान
जग में भारत बने महान
खुशहाली जन-जन में छाये
किंचित कष्ट न कोई पाये
भूखा-नंगा रहे न कोई
हर आनन पर हो मुस्कान
योग सभी के रोग भगाये
काया सुन्दर-स्वस्थ बनाये
सब भारत की उन्नति में जुट
दें अपना-अपना अवदान
भारत गुरू बने जगती का
गुण गायें ब्रिटेन-अमरीका
चीन न हमको आंख दिखाये
मुट्ठी में हो पाकिस्तान
हो भ्रष्टाचारी को फाॅंसी
हर गुणज्ञ पाये शाबासी
सब सत्पथ पर बढ़ें निरन्तर
सम्मानित हो हर विद्वान
स्वाभिमान भारत का जागे
विश्व बैंक से कर्ज न माॅंगे
अपने सत्साहस के बल पर
आगे बढ़ें जवान-किसान
लगनशील हों ज्ञानी-ध्यानी
अनुसन्धान करें विज्ञानी
राष्ट्र के लिए जीवन जीकर
राष्ट्र के लिए हों बलिदान ।
@ महेश चन्द्र त्रिपाठी