2 जून से टी20 विश्व कप 2024 की शुरुआत होने वाली है. इस बार के टी20 विश्व कप का आयोजन वेस्टइंडीज और यूएसए में किया जा रहा है. इसकी शुरुआत 2 जून को मेजबान यूएसए और उसके पड़ोसी कनाडा के बीच खेले जाने वाले मैच से होगी. इस बार के विश्व कप के प्रबल दावेदारों की बात करें, तो इसमें ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड के साथ-साथ पूर्व चैम्पियन भारत का नाम भी शामिल है.
टीम इंडिया का पहला मैच 5 जून को आयरलैंड से होगा. टीम इंडिया का पाकिस्तान के खिलाफ होने वाला बहुप्रतीक्षित मैच 9 जून को खेला जाएगा. इसके बाद भारत 12 जून को यूएसए और 15 जून को कनाडा से खेलेगा. अगर मौजूदा भारतीय टीम की ताकत की बात करें, तो भारतीय टीम काफी संतुलित नजर आ रही है. टीम में अनुभवी और युवा खिलाडियों का अच्छा मिश्रण है. बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी टीम का संयोजन अच्छा लग रहा है.
अगर टीम की बल्लेबाजी की बात करें तो टीम में कप्तान रोहित शर्मा, पूर्व कप्तान विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत जैसे अनुभवी बल्लेबाज हैं, तो
साथ ही यशस्वी जायसवाल और संजू सैमसन जैसे युवा प्रतिभाशाली बल्लेबाज भी टीम में शामिल हैं. इसके अलावा इनका साथ देने के लिए आलराउंडर के तौर पर उप कप्तान हार्दिक पांड्या, शिवम दुबे, रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल जैसे खिलाड़ी भी शामिल हैं.
वहीँ गेंदबाजी में तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज टीम का हिस्सा हैं, तो इनका साथ देने के लिए स्पिनर के तौर पर धाकड़ रिस्ट स्पिनर कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल भी शामिल हैं. अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके प्रतिभाशाली बल्लेबाज शुभमन गिल और रिंकू सिंह को इस बार मुख्य टीम में जगह नहीं मिली है और वो रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर टीम के साथ अमेरिका गए हैं.
अगर भारतीय टीम की कमजोरियों की बात करें, तो उसकी जो सबसे बड़ी कमजोरी नजर आई है, वो ये है कि टीम इंडिया लम्बे अन्तराल से कोई बड़ा टूर्नामेंट नहीं जीत सकी है. हालाँकि पूर्व विश्व विजेता भारत का दावा हर बार की तरह इस बार भी मजबूत जरुर नजर आ रहा है. लेकिन दुर्भाग्यवश टीम इंडिया 2007 के बाद से हर बार इस टूर्नामेंट में ख़िताब जीतने में असफल रही है, जब टीम इंडिया ने 2007 में पहली बार खेली गई इस प्रतियोगिता में ट्रॉफी जीती थी. सिर्फ टी20 विश्व कप में ही नहीं, बल्कि हर आईसीसी इवेंट में लम्बे समय से टीम इंडिया को निराशा ही हाथ लगी है. टीम इंडिया को लम्बे समय से ख़िताब जीतने का इंतजार है.
टीम इंडिया के लिए लम्बे अन्तराल से ख़िताब का सूखा पड़ा हुआ है. टीम इंडिया हर आईसीसी इवेंट में मजबूत दावेदार के रूप में उतरती जरुर है लेकिन दुर्भाग्य से ख़िताब जीतने से हर बार चूक जाती है. पिछले 11 सालों से ख़िताब का ये सूखा चला आ रहा है, जब टीम इंडिया ने 2013 में आखिरी बार चैम्पियंस ट्रॉफी के रूप में कोई आईसीसी ख़िताब जीता था. पिछले साल के अंत में खेले गए एकदिवसीय विश्व कप में भी यही कहानी दोहराई गई, जब शानदार प्रदर्शन के बावजूद फ़ाइनल में टीम इंडिया के हाथ मायूसी आई.
इसी तरह महत्वपूर्ण मौकों पर चूकने के कारण पिछले साल और 2021 में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में भी फ़ाइनल में उसे हार का सामना करना पड़ा. अपनी इस बड़ी कमजोरी पर अगर टीम इंडिया काबू पा लेती है और महत्वपूर्ण मौकों पर अपनी भावनाओं पर काबू रखती है, तो भारतीय टीम इस बार अपनी दूसरी बार चैम्पियन बनने की हसरत को पूरा कर सकती है. ऐसा हुआ तो आईसीसी इवेंट में लम्बे समय से चला आ रहा जीत का सूखा भी समाप्त हो जाएगा. इस बार ख़िताब को जीत टीम इंडिया अपने हेड कोच राहुल द्रविड़ को यादगार विदाई देना चाहेगी, जिनका बतौर हेड कोच ये आखिरी दौरा है.
इस विश्व कप के लिए भारतीय टीम इस प्रकार है: रोहित शर्मा (कप्तान), हार्दिक पांड्या (उप कप्तान), यशस्वी जायसवाल, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत (विकेट कीपर), संजू सैमसन (विकेट कीपर), शिवम दुबे, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, अर्शदीप सिंह, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज.
टीम के रिजर्व खिलाड़ी – शुभमन गिल, रिंकू सिंह, खलील अहमद और आवेश खान.
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