जीवन में नियम का पालन करे।

जीवन में सफल होना है , तो नियमितता जरुरी है

ProfileImg
27 Jun '24
4 min read


image

आप सभी को नमस्कार। मैं हूँ जितेश वोरा। एक बार एक संत अपने सफर पे जा रहे थे। अपने गांव से गुजर रहे थे ,तो रात्रि का वक्त हो रहा था। उन्होंने अपने मन में सोचा की अब इसी गांव में विश्राम करना चाहिए। गांव के बहार बने एक किसान के मकान में पहुंचे उसे आवाज दी और कहा की मुझे यही विश्राम करना है। किसान बहुत खुश हुआ। वो उन्हें अपने मकान में ले गया। भोजन की व्यवस्था की और कहा की अहो भाग्य मेरे आप मेरे घर पर पधारे। अगली ही सुबह जब संत वहां से जानेवाले थे ,तो संत ने उसे बहुत आशीर्वाद दिया और कहा की अगर कुछ पूछना हो तो वो बताने के लिए तैयार है।

किसान ने कहा की मैं अनपढ़ व्यक्ति मुझे तो कुछ भी नहीं आता। मुझे आप कुछ ऐसा बताइए ,जो मैं आसानी से कर लूँ ,और मेरा जीवन भी उससे सफल हो जाये। सब लोग धर्म करते है ,मंदिर जाते है ,पूजा पाठ करते है ,यज्ञ करते है। मैं इनमे से कुछ भी नहीं कर सकता। जो मेरे लिए बहुत आसान हो। आप वो मुझे बताइए। संत ने कहा की तुम एक काम करना। हमेशा हर दिन अपने पडोशी का चहेरा देखकर ही भोजन करना है। किसान बहुत खुश हुआ। उसने कहा की यह मेरे लिए बहुत सरल है। यह मैं आसानी से कर सकता हूँ। यह मेरे घर का भी पडोशी है और मेरे खेत का भी पडोशी है। संत अपने सपने में चले गए। अब ये किसान का रोज का काम हो गया। वो सुबह सुबह अपने पडोशी का चहेरा देखता कभी अपने घर पर ,कभी अपने खेत पर ,उसके बाद ही भोजन करता। एक दिन ऐसा हुआ की उसने अपने पडोशिओ को आवाज दी। लेकिन वो अपने घर पे नहीं था।

उसने उसके परिवार के लोगो से पूछा ,तो उन्होंने कहा की वो जंगल की तरफ गए है। थोड़ी देर तक किसान ने उसका इंतजार किया। लेकिन जब वो नहीं आया ,तो किसान उसकी खोज में जंगल की तरफ गया। थोड़ी दूर चलने पर उसने देखा की एक पेड़ के निचे उसका पडोशी एक खड़े में कुछ रख रहा है। लेकिन उससे उसको क्या लेना देना ? उसे तो उसका चहेरा देखना था। उसने जोर से अपने पडोशी को आवाज दी। उसके पडोशी ने उसको देखा और उसने कहा , ठीक है ,तुम करते रहो। मुझे सिर्फ देखना था , और वो वापस जाने लगा। उसके पडोशी को लगा की उसने सारी चीज देख ली है। वो खड़े में एक धन की पोटली छुपा रहा था। जो उसे रात को मिली थी। अब पडोशी को चिंता हो गई की उसने सारी चीज देख ली है। अब वो पुरे गांव को बता देगा और बात राजा तक पहुंच जाएगी। उसका पडोशी किसान के पीछे पीछे दौड़ा उसने किसान को रोका और कहा की भाई क्या देख लिया। किसान ने कहा की सारी चीज देख ली सब कुछ देख लिया अब मुझे वापस जाना है।

उसने कहा की रुको तो सही जो भी देखा है ,उसे आधा आधा कर लेंगे। किसान ने कहा किस बात का आधा आधा। तो उसके पडोशी ने उसको सारी बात बताई। किसान ने कहा की मैं तो सिर्फ तुम्हारा चहेरा देखने आया था। और किसान ने उसे अपनी संत वाली बात बताई। किसान ने कहा की मैं तो सिर्फ तुम्हारा चहेरा देखने आया था ,यह मेरा रोज का नियम है। उसके पडोशी ने कहा की ठीक है। लेकिन अब जब तुम आ ही गए हो तो हम दोनों इस धन का आधा आधा कर लेते है। उसके पडोशी ने उसे आधा धन दिया। किसान ने कहा की सिर्फ एक छोटी सी तुम्हारा चहेरा देखने से मुझे इतना सारा धन मिल गया। अगर मैं ईश्वर का चहेरा देखता ,पूजा करता ,प्रार्थना करता तो मेरे जीवन में सब कुछ मिल जाता।

अगर व्यक्ति अपने जीवन में कोई भी एक चीज पुरे नियम से ,पूरी ऊर्जा से लगातार करे ,तो जो भी वो सोचे ,जो भी वो चाहे उसे अपने जीवन में सब कुछ मिल जाता है। सिर्फ करने की जरुरत है। अधिकतर पुरे नियम से पूरी ऊर्जा से, पुरे मन से किसी चीज को नहीं करते। अगर आपको लगता है की आपको अपने जीवन में कुछ करना है ,सफल होना है। जो भी आपको करना है ,वो पुरे नियम से करे। लगातार करे ,उसे अपने जीवन का भाग बना ले। उसके परिणाम आपके सामने होंगे।               

                                                                            लेखक : - जितेश वोरा 

 

Category:Personal Development



ProfileImg

Written by jitesh vora

स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखक :- जितेश वोरा

0 Followers

0 Following