ज्यादातर लोग इन जगहों पर जाने से कतराते हैं। लेकिन हमारे ही बीच बहुत से ऐसे लोग भी हैं जो इस तरह की डरावनी या भुतहा जगहों की तलाश में रहते हैं। कुछ लोगों को ऐसी जगह पर जाना पसंद होता है। क्योंकि अक्सर ऐसी जगहों पर जाने से किसी किसी की तो सांस रुकने लगती है और गला सूखने लगता है। आज हम ऐसी कुछ डरावनी जगहों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं। जहां यह सब पैरानॉर्मल एक्टिविटीज होती हैं।
1) जटिंगा, असम
भारत देश में ना जाने कितनी ज्यादा ऐसी डरावनी जगहें होंगी। जहां की कहानियां हमने अक्सर बचपन में अपने दादा दादी से सुनीं होंगी और बचपन में उन कहानियों को सुनकर डर जाना एक अलग ही बात हुआ करती थीं और हमारे बड़े होने पर उन जगहों देखने का एक अलग ही रोमांच पैदा होने लगता है। लेकिन जरूरी नहीं है कि डरावनी जगहों को नजदीकी से देखने का ऐसा रोमांच हर किसी को होता है।
असम के एक छोटे से गाँव जटिंगा में आज भी ऐसी भयभीत कर देनें वालीं घटनाएं घटित होतीं हैं। जिसके बारे में सोचने से ही भय लगना लाजमी ही है। जटिंगा असम का एक बहुत छोटा सा गांव है जिसकी जनसंख्या मात्र 2500 के आस-पास है। इस गांव में पुराने समय से हर अमावस्या पर पक्षियों के निरन्तर मरने का सिलसिला चला हुआ है। अमावस्या के अगले दिन भारी मात्रा में मरे हुए पक्षी जमीन पर पड़े हुए दिखाई देते हैं। इनका मरने का कारण आज तक कोई बता नहीं पाया है। हालाँकि विज्ञान भी इस रहस्य के आगे नतमस्तक होने को मजबूर हैं।
2) डुमस बीच, गुजरात
डुमस बीच गुजरात का सबसे हॉन्टेड बीचों में से एक है। गुजरात अरब सागर के तट पर मौजूद इस जगह की काली रेत के टीलों में ऐसे ना जाने कितने रहस्य दफन हैं जिसका अंदाजा लगा पाना अभी तक बेहद ही मुश्किल भरा रहा है। इस बीच के संबंध में पुराने लोगों का अभी तक का यह तर्क रहा है कि किसी समय में इस बीच में इंसानो की कब्रें हुआ करतीं थीं। यह भी कहा जाता है कि उनमें से कुछ बुरी आत्माएं यहाँ आए हुए लोगों को पुकारती हैं और यह भी कहा जाता है कि जो लोग इन बुरी आत्माओं की चीख पुकार नहीं सुनते हैं बह यहाँ आकर या तो पागल हो जातें हैं या तो गायब हो जातें हैं।
3) लंबी देहर माइंस
लंबी देहर माइंस मसूरी की भी अपनी एक रहस्यमयता है जहां आज भी उस माइंस में जाने पर आपको अजीबोगरीब चिल्लाने की आवाजें सुनाई देती हैं। कहा जाता है कि काफी समय पहले मसूरी की इस माइंस पर चुना पत्थरों की खुदाई का काम चलता था। इस माइंस पर आज के मौजूदा समय की मशीनरी ना होने के कारण हजारों की संख्या में मजदूरों के द्वारा ही चुना पत्थरों की खुदाई करवाइ जाती थी। यह भी कहा जाता है कि एक दिन खुदाई करते वक़्त माइंस के अन्दर काम करने गए मजदूरों के ऊपर पूरी की पूरी चट्टान धंस गई जिसके कारण यहाँ बहुत से मजदूर इसी माइंस में दफन हो गए थे। कहा जाता है कि आज भी यहां आने वाले लोगों को चीखने चिल्लाने की आवाजें सुनाई देतीं हैं।
4) अग्रसेन की बावली, दिल्ली
दिल्ली में स्थित अग्रसेन की बावली में आज भी यहां घूमने आए हुए कुछ पर्यटकों को कोई परछाई दिखाई देती है। हालांकि बह परछाई यहां आए हुए पर्यटकों को कोई नुकसान तो नहीं पहुंचाती हैं लेकिन भयभीत जरूर कर देती है। स्थानीय लोगों का यहाँ के बारे में एक मत यह भी है कि इस बावली पर बुरी आत्माओं और भूतों का बसेरा है। लेकिन बिना कोई नुकसान पहुंचाये यहाँ आने वाले पर्यटकों को परेशान करने का कारण आज तक कोई भी बुद्धिजीवी भी नहीं लगा पाया है।
5) रामोजी फिल्म सिटी
रामोजी फिल्म सिटी भारत की सबसे बड़ी प्रसिद्ध फिल्म सिटी में से एक है। कहा जाता है कि जब रामोजी फिल्म सिटी नहीं बनाई गई थी। तो उस जमीन पर पहले राजाओं के समय के सैनिक, जो कि युद्ध में मारे जाते थे उनका यहाँ कब्र ग्रह बनाया गया था। आज भी रामोजी फिल्म सिटी में शूटिंग के दौरान कई भयभीत कर देने वाले वाक्या होते रहते हैं। जैसे कि शूटिंग के दौरान लाइट का चला जाना।स्टंटमैन द्वारा किसी स्टंट के दौरान घायल हो जाना और कमरों का अपने आप बंद हो जाना कई तरह-तरह के भयभीत कर देने बाले कांड होते हैं।