सबके दुख दूर भगायेंगे
हम ऐसा राष्ट्र बनायेंगे
बच्चों के आनन पर लाली
उनके जीवन में खुशहाली
दे उनको शिक्षा-सुसंस्कार
हम गीत खुशी के गायेंगे
दे नवयुवकों को रोज़गार
भरकर जीवन में अमित प्यार
हम देशभक्ति की राहों पर
श्रम के नव सुमन बिछायेंगे
वृद्धावस्था अभिशाप न हो
शिर पर सवार त्रय ताप न हो
ले वृद्ध जनों से शुभाशीष
हम उनका मान बढ़ायेंगे
युवतियाॅं अभय बनकर घूमें
पढ़-लिखकर प्रगति-शिखर चूमें
हम कन्याओं के जन्मदिवस
सोल्लास सहर्ष मनायेंगे
स्वाधीन कृषक, सम्पन्न ग्राम
मजबूरी का अब नहीं काम
हम रामराज्य के सपने को
करके साकार दिखायेंगे
@ महेश चन्द्र त्रिपाठी