१)
दिल में हौंसला रखना
दिल में हौंसला रखना,
राह में सदा नज़र रखना।
प्यार में अपनापन रखना,
दु:खों में सदा साथ देना।
अपनों से नज़दीकियाँ रखना,
ग़ैरों को सदा ही परखना।
दिल में प्रेम की जगह रखना,
नफ़रत को कभी पनाह न देना।
"पार्थ"चाहते हो अपने को ख़ुश रखना,
तो फ़िज़ूल की बातों पर ध्यान न देना।
२)
तुम जब साथ होते हो
तुम जब साथ होते हो
तो मैं सब ग़म भूल जाती हूँ।
तुम जब साथ होते हो
तो मैं निश्चिंत हो जाती हूँ।
तुम जब साथ होते हो
तो अपनों को छोड़ देती हूँ।
तुम जब साथ होते हो
तो अपनी वेदना भूल जाती हूँ।
तुम जब साथ होते हो
तो मैं अपने को बलिष्ठ समझती हूँ।
तुम जब साथ होते हो
तो मैं दु:ख में भी सुख ढूंढ लेती हूँ।
तुम जब साथ होते हो
तो मैं नेकी की राह ख़ोज लेती हूँ।
३)
ख़्वाब और ख़्याल सिक्के के दो पहलू हैं
ख़्वाब हक़ीक़त में बदल जाए मुमकिन नहीं।
ख़्वाब को दिन में देखें या रात में
यह सच्चे हो यह भी ज़रूरी नहीं।
ख़्याल की कोई समय सीमा नहीं
कोई अमल करें यह ज़रूरी नहीं।
ख़्याल व्यक्ति की सोच हो सकती है
वह सर्वमान्य हो यह भी ज़रूरी नहीं।
ख़्वाब और ख़्याल दिल बहलाने को अच्छे हैं
यह साकार यह यह भी कदापि ज़रूरी नहीं।
0 Followers
0 Following