पिछले कई सालों की तरह इस साल भी जल संकट दिल्ली में एक बड़ी समस्या बनी हुई है. दिल्ली की जनता इस समय पानी की कमी से जूझ रही है. जून की इस भीषण गर्मी में दिल्लो की आम जनता पानी के लिए त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रही है. दूसरों पर दोषारोपण में लगी दिल्ली सरकार इस समस्या से निबटने में पूरी तरह से नाकाम नजर आ रही है, जिसका खामियाजा दिल्ली के निवासियों को भुगतना पड़ रहा है.
इस समय दिल्ली सरकार को चाहिए था कि जब वो स्वयं इस समस्या का समाधान करने में नाकाम हो गई थी, तो फिर वो सभी पक्षों के साथ मिल बैठकर इस समस्या का कोई समाधान निकालती. लेकिन ऐसा न कर, दिल्ली की जल मंत्री आतिशी खुद ही अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गईं हैं. हालाँकि उनका ये कदम इस भीषण समस्या से बचने की एक बचकाना कोशिश ही नजर आ रही है, क्योंकि उनके इस कदम से इस समस्या का कोई हल निकलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं.
पानी की कमी के कारण निरंतर परेशान हो रहे दिल्ली के आम लोगों का ख्याल करते हुए सभी राजनीतिक दलों को चाहिए कि दिल्ली सरकार के इस समस्या से निबटने में विफल रहने के बाद, वो सभी राजनीति से ऊपर उठकर मिलजुल कर इस समस्या का कोई समाधान निकालें. जिससे पानी की कमी के कारण परेशान हो रही दिल्ली की जनता को, इस समस्या से राहत दिलाई जा सके. दिल्ली सरकार को भी सालों से चले आ रहे इस जल संकट से सबक लेते हुए कोई ऐसी नीति बनानी चाहिए, जिससे भविष्य में ये संकट उत्पन्न न हो.
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