"सोच से परे जब आपके जीवन में जो हो रहा होता है तो वह सब ईश्वर की इच्छा से हो रहा होता है।"
हमारे जीवन में हमेशा जरूरी नहीं कि चीजें वैसी ही हों जैसी हमने योजना बनाई हो। इसलिए हमेशा वर्तमान में सकारात्मक सोच के साथ जीने का प्रयास करने की कोशिश करें। भविष्य की चिंता में रोगग्रस्त होने की कोई आवश्यकता नहीं। बल्कि आपके साथ जो भी अच्छा हुआ हो और अच्छा हो रहा हो उसके लिए सदैव ईश्वर का आभार व्यक्त करते हुए कृतज्ञ रहें। अपनी सकारात्मक सोच, विचारों और प्रयासों में कभी भी प्रतिबंध न लगाएं।जब भी स्वयं को आप थका हुआ महसूस करें तो कभी हार न मानें, कुछ समय के लिए विश्राम लें और अपने मनपसंद कार्यों को करें। उसके बाद आप स्वयं को फिर से ऊर्जावान महसूस करेंगे। उसके बाद पुनः अपने सकारात्मक सोच और प्रयासों को शुरू करें। यदि एक मार्ग पर चलते हुए आपको सफलता प्राप्त नहीं हो रही है तो अवश्य ही आपकी मंजिल या तो कुछ और है या आपको अपने प्रयासों में परिवर्तन करने की आवश्यकता है। इसके लिए अपने साथी, सहयोगियों और मार्गदर्शकों से विचार-विमर्श करने में संकोच न करें। इसके साथ ही अपनी अंतरात्मा के प्रति सजग रहें। अपनी अंतरात्मा को समझने और उसके प्रति सजगता के लिए योग और ध्यान एक आवश्यक उपकरण की भांति आपको आपकी अंतरात्मा से संबंध बनाने में सकारात्मक रूप से संचालित करने में पूर्णतः सक्षम हैं।
I am Ruchi Verma and I love to create something motivational articles, story or poem ...
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