इतिहास गवाहा है आगे बड़ने बाला हमेशा गिर गिर कर ही आगे बड़ा है......
मान लो तो हार है ठान लो तो जीत है
मानव जीवन अनेका अनेक परेशानियों से घिरा होता है उसी पर ध्यान केंद्रित करते हुए आज एक बहुत ही शिक्षाप्रद बात अपने इस लेख में लिख रहा हूं सामानता आजकल देखने में आता है कि हर इंसान किसी ना किसी संकट या परेशानी से गिरा है पर आज का इंसान उसे संकट और परेशानी से अपना हल ना खोजते हुए उसे संकट और परेशानी से हार मान लेता है और कई बार देखने में आता है कि इंसान अपनी समस्या से परेशान होकर गलत कदम उठाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेता है बजाह इसके की जिंदगी में आने वाली हर एक परेशानी का सामना कर उस परेशानी को हरा कर आगे बढ़ें और अगर फिर भी परेशानी आए तो ठीक उसी प्रकार उन सभी परेशानियों से संघर्ष के साथ अपनी विजय पताखा हाथ में लेकर जीवन मे उन सभी लक्ष्य को प्राप्त करें जिसके लिए हमने यह मानव शरीर धारण किया है इतना करते ही समझ आ जायेगा की हम जब भी किसी संकट या परेशानी में है तब उस संकट और परेशानी से संघर्ष कर जंग जीत जाते है तब एक बात याद रहे हमें एक जीत पर यहीं नहीं रुकना पुनः फिर अपने लक्ष्य की ओर बड़ जाएं जब तक की लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए
जमाना तो उस वक्त आपको गिरते हुए देखकर भी हंसेगा पर आप फिर आगे बढ़ें और फिर अगर गिर भी जाएं तो फिर ऐसे ही फिर उठकर आगे बड़े और जब तक अपने लक्ष्य पर ना पहुंच जाओ तब हार मत मानों
✍️शिवराज रघुवंशी की कलम से
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