कोलकाता में बांग्लादेशी सांसद का कत्ल

सत्यकथा भाग-1

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26 May '24
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बांग्लादेशी सांसद अनवारूल अजीम कोलकाता से सटे बारानगर में स्वर्ण व्यवसायी गोपाल विश्वास के घर अतिथि के रूप में ठहरे थे। एक दिन रुकने के बाद 13 मई को सांसद डाक्टर के पास चेकअप के लिए जाने की बात कहकर सुबह बारानगर से निकले थे। घर से निकतले समय उन्होंने गोपाल विश्वास से कहा कि शाम तक लौट आएंगे। लेकिन शाम तो क्या देर रात तक सांसद बारानगर नहीं लौटे तो गोपाल विश्वास थोड़ा परेशान हुए। लेकिन फिर उन्होंने मन में सोचा कि सांसद वीआईपी आदमी हैं। किसी काम से महानगर में ठहर गए होंगे। 14 मई को गोपाल विश्वास के ह्वाट्सएप्प पर सांसद का संदेश आया कि वे दिल्ली में हैं। मैसेज देखने के बाद गोपाल विश्वास आश्वस्त हो गएं। लेकिन उसके बाद सांसद के मोबाइल फोन पर 17 मई तक कोई संपर्क नहीं होने पर गोपाल विश्वास की चिंता बढ़ गई। उन्होंने बारानगर थाना में जाकर यह बात पुलिस को बताई। मामला एक विदेशी सांसद से जुड़ा देख बारानगर पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया। 18 मई को बारानगर थाना में सांसद के लापता होने की डायरी दर्ज कर ली गई। स्थानीय पुलिस ने अपने स्तर पर इसकी जांच पड़ताल शुरू की।

सांसद का मोबाइल लगातार कई दिनों तक बंद रहने पर उधर बांग्लादेश स्थित उनके परिवार ने सरकार पर दबाव डालना शुरू किया। परिवार ने सांसद की हत्या की आशंका जताई तो बांग्लादेश पुलिस और सरकार भी हरकत में आई। बांग्लादेश की सरकार ने कोलकाता में अपने एक सांसद की हत्या की आशंका व्यक्त करते हुए भारत सरकार को सूचित किया।

कोलकाता स्थित बांग्लादेश के दूतावास ने भी इस मामले को लेकर कोलकाता पुलिस से संपर्क साधा। बारानगर की जो पुलिस अब तक विदेशी सांसद के लापता होने की बात मानकर चल रही थी वह हत्या का मामला जानकर जांच पड़ताल तेज कर दी। बैरकपुर पुलिस कमीश्नरेट और विधाननगर कमिश्नरेट ने भी मामले को गंभीरता से लिया। पुलिस की टीम न्यू टाउन स्थित एक रिहायशी फ्लैट में गई और वहां से सीसीटीवी फूटेज जब्त कर उसे खंगालना शुरू किया। सीसीटीवी फुटेज में पुलिस को कई सुराग हाथ लगे। मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने बांग्लादेशी सांसद की हत्या की जांच राज्य खुफिया पुलिस को सौंप दी। राज्य खुफिया पुलिस सीसीटीवी फुटेज से प्राप्त कुछ संदीग्घ लोगों की तसवीर, रिहायशी फ्लैट से चार-पांच लोगों के ट्राली बैग लेकर बाहर निकलने की तसवीर देखकर किसी निष्कर्ष पर पहुंचती कि बांग्लादेश पुलिस ने सांसद की हत्या मामले में तीन अपराधियों अमान उर्फ अमानुल्ला, सिलास्ती रहमान और फैसल अली को ढाका से गिरफ्तार करने की पुष्टि की। बांग्लादेश की पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर तीनों अपराधियों ने सत्तारूढ़ पार्टी अवामी लीग के लगातार तीन बार के सांसद अनवारूल अजीम की कोलकाता में हत्या करने की बात स्वीकार की। हत्या के बाद लाश को टूकटों में काटने और उसे ट्राली बैग में भरने के लिए मुंबई से एक कस्साई जेहाद उर्फ जुबैर हवालदार को बुलाया गया था। पश्चिम बंगाल राज्य खुफिया पुलिस की टीम ने राज्य के सीमावर्ती क्षेत्र बनगांव से जेहाद को गिरफ्तार कर लिया। जेहाद ने पुलिस से पूछताछ में सांसद के लाश को 80 टूकटों में काटने और उसे ट्राली बैग में भरकर अलग अलग जलाशयों में फेक देने की बात स्वीकार की। 

सांसद की हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए पश्चिम बंगाल राज्य खुफिया पुलिस की एक टीम बांग्लादेश गई है। बांग्लादेश पुलिस की एक टीम भी कोलकाता पहुंची है। दोनों देशों की पुलिस द्वारा गिरफ्तार अपराधियों से पुछताछ करने से हैरतंगेज तथ्य उभर कर सामने आए हैं। सांसद की हत्या मामले में सोने की तस्करी, दोस्तों में कारोबारी दुश्मनी और सैक्स रैकेट के जुड़े होने की आशंका भी जताई जा रही है। राज्य खुफिया फुलिस को इस हत्याकांड में जो सीसीटीवी फुटेज मिलें हैं उसमें सांसद के साथ एक महिला भी दिखी है। सांसद को बारानगर से न्यू टाउन ले जाने और वहां से फिर फ्लैट में ले जाने के लिए जिन किराये की कारों का इस्तेमाल किया गया उसकी भी पता पुलिस ने लगा ली है। राज्य पुलिस की टीम ने गिरफ्तार जेहाद को कई जलाशयों के पास ले गई जहां उसने प्लास्टिक में भरे लाश के टुकड़ें फेंकने की बात बताई थी। लेकिन अभी तक पुलिस को लाश का एक भी टुकड़ा नहीं मिला। 

दोनों देशों की पुलिस की अब तक की जांच पड़ताल से जो तथ्य उभरकर सामने आएं हैं उसके मुताबिक बांग्लादेशी सांसद की हत्या का षडयंत्र उनके ही करीबी दोस्त अख्तरूजमां उर्फ शाहीन ने रचा। शाहीन का भी बांग्लादेश की राजनीति में पैठ है। उसका भाई बांग्लादेश के एक नगरनिगम में मेयर है। बांग्लादेश के मूल निवासी शाहीन को अमेरिकी नागरिकता भी प्राप्त है। पुलिस को अनुमान है कि वह अमेरिका में रहकर सांसद अनवारूल अजीम के साथ सोने का कारोबार करता था। सोने की तस्करी का जाल बांग्लादेश के मार्फत कोलकाता तक फैला हुआ था। सोने की तस्करी को अंजाम देने में सांसद अनवारूल अजीम अपने पद का दुरुपयोग करते थे। करीब- 80-100 करोड़ रुपए की सोने की तस्करी में सांसद अजीम ने शाहीन को उसका उचित हिस्सा नहीं दिया और इसे लेकर दोनों दोस्तों में मनमुटाव हो गया। कारोबार में आपसी रंजिश बढ़कर इस हद तक चली गई कि शाहीन ने सांसद अजीम को हमेशा के लिए रास्ते से हटाने का निश्चय किया।

शाहीन ने हत्या को अंजाम देने के लिए कोलकाता को उपयुक्त जगह के रूप में चुना। उसने कोलकाता के राजारहाट न्यूट टाउन में 19 हजार रुपए प्रति माह पर एक फ्लैट किराए पर लिया। उसने सांसद अजीम की हत्या के लिए अमान को 5 करोड़ रुपए की सुपारी दी थी। अप्रैल के अंत में जेहाद मुंबई से सड़क पथ से शाहीन के इस फ्लैट में पहुंचा था। अमान के साथ वहां सियाम नाम का एक और आदमी था जिस पर बांग्लादेश में कई अपराधिक मामला दर्ज है। शाहीन बीच-बीच में न्यू टाउन स्थित अपने किराए के फ्लैट में आता था। अप्रैल के अंत तक भी वह अन्य अपराधियों के साथ उक्त फ्लैट में था। जेहाद ने पुलिस के साथ बातचीत में स्वीकार किया है कि हत्या को अंजाम देने तक शाहीन उसे प्रतिदिन 350 रुपए करके देता था। कोलकाता में सांसद अजीम की हत्या का ब्लूप्रिंट तैयार करने के बाद शाहीन यहां से चला गया। ज्यादा संभावना है कि बांग्लादेश से होते हुए वह अमेरिका चल गया हो।

जेहाद ने पुलिस को बताया कि न्यूट टाउन के फ्लैट में जब सांसद अजीम ने प्रवेश कया तो वह स्वाभाविक अवस्था में थे। लेकिन हाथमुंह धोकर जैसे ही वह बैठे उनके मुंह को तकिया से दबा दिया गया। सांस रुकने से उनकी अवस्था अधमरे जैसी हो गयी। सहयोगी अपराधियों के निर्दश पर जेहाद ने सांसद अजीम के चेहरे को पूरी तरह विकृत कर दिया। उनके शरीर का चमड़ा उतार कर उसने लाश को 80 टुकटों में काट डाला। उसने शरीर से मांस और हड्डी अलग-अलग कर दिया। मांस के टुकड़ों में हल्दी और कुछ अन्य केमिकल डाले गए ताकि उससे गंध न आए। सिर की खोपड़ी को भी कूट डाला गया। ऐसा इसलिए किया गया ताकि सांसद की लाश की सिनाख्त नहीं हो सके। लाश को चुकड़ों को प्लास्टिक में भरकर उसको फिर अलग-अलग ट्राली बैग में भरा गया। 14 मई को आधीर रात के बाद लाश के टुकड़े को ट्राली बैग में भरकर जेहाद और अमान उर्फ अमानुनल्ला ने उसे किराए के एक कैब के सहारे बागजोला खाल के जलाशयों में फेक दिया। पुलिस द्वारा जलाशयों में पनडुब्बी और जाल डालकर तलाशी लेने के बाद शव का कोई अंश अभी तक नहीं मिला है। पुलिस का अनुमान है कि जलीय जीव लाश के टुकड़ों का ग्रास कर गए हैं।

सांसद अजीम की हत्या की जांच के सिलसिले में बांग्लादेश खुफिया पुलिस प्रमुख हारून अल रशीद के नृत्व में एक टीम 25 मई को कोलकाता पहुंची है। कोलकाता पहुंचने के बाद हारून अल रशीद ने कहा है कि अपराधियों की योजना सांसद को दो तीन दिनों तक बंधक रखकर मोटी फिरौती मांगने की थी। लेकिन अपराधियों के चंगुल में पड़ते ही सांसद अधमरा हो चुके थे। इसलिए फिरौती मांगने के मंसूबे पर पानी फिर गया।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सांसद अजीम हनी ट्रैप का शिकार हुए। न्यू टाउन के फ्लैट में किसी पेशेवर महिला द्वारा उन्हें बुलाया गया। सीसीटीवी फुटेज में एक मिहला की भी तसवीर देखी गई है। हालांकि उक्त महिला के बारे में अभी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है लेकिन दोनों देशों की पुलिस हर एंगल से सांसद हत्याकांड की जांच कर रही है। इस हत्याकांड में बांग्लादेश से तीन और कोलकाता से एक अभियुक्त की गिरफ्तारी हुई है। हत्या के प्रमुख मास्टर माइंड शाहीन और उसके अन्य सहयोगी सियाम, फैजल और मुस्तफिजुर को पुलिस तलाश कर रही है। इनकी तलाशी में पुलिस इंटरपोल की मदद भी ले सकती है। मुख्य अभियुक्त अमान उर्फ अमानुल्ला की पहचान शिमुल भुइंया के रूप में हुई है जो बांग्लादेश के कुख्यात सुपारी किलर है। अमानुल्ला अमान के नाम से वह जाली पासपोर्ट बनाकर कोलकाता पहुंचा था।

बांग्लादेश के सांसद अनवारूल अजीम की कोलकाता में ऐसे समय में हत्या की गई जब भारत में आम चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी जोरो पर है। भारत में 19 अप्रैल से लेकर 1 जून तक सात चरणों में लोकसभा का चुनाव जारी है। चुनाव की घोषणा के बाद प्रायः अंतरराष्ट्रीय सीमाएं सील कर दी जाती ताकि कोई अपराधी अवैध रूप से देश में प्रवेश नहीं कर सके। भारत में 19 अप्रैल को प्रथम चरण के मतदान शुरू होने के बाद कैसे दूसरे देश के अपराधी कोलकाता पहुंचे और उन्होंने कैसे एक जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया यह अपने आप में हैरतंगेज है।

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Written by Anwar Hussain

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