टी20 विश्व कप 2024 में रविवार को हुए ग्रुप A के महामुकाबले में भारत ने एक बार फिर अपने प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को पटखनी दे दी. आईसीसी वर्ल्ड कप में ऐसा होना कोई नई बात नहीं है. 2021 के टी20 विश्व कप के एक मात्र अपवाद को छोड़ दें, तो चाहें टी20 विश्व कप हो या एकदिवसीय विश्व कप, भारत ने अपने पुराने प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को हर बार शिकस्त थमाई है. इस अपेक्षित परिणाम के बावजूद भी भारत की ये जीत चर्चा का विषय इसलिए बनी, क्योंकि इस मैच में पाकिस्तान एक समय भारत पर पूरी तरह हावी नजर आ रहा था.
लेकिन मैच के बाद भारत की इस जीत से ज्यादा चर्चा पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी और खेल विशेषज्ञ कामरान अकमल के एक बयान को लेकर हो रही है, जो
इस मैच के दौरान उन्होंने भारतीय खिलाड़ी अर्शदीप पर नस्लभेदी टिप्पणी करते हुए दिया था. अपने इस कमेंट के कारण इस मामले को तूल पकड़ता देख, उन्होंने हालाँकि बाद में सम्पूर्ण सिख समाज से अपने इस विवादित बयान के लिए माफ़ी भी मांग ली. लेकिन इसके बावजूद भी ये विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है, दुनियाभर में उनके इस बयान की आलोचना की जा रही है.
भारत के पूर्व खिलाड़ी और खेल विशेषज्ञ हरभजन सिंह ने कामरान अकमल को उनके इस विवादित बयान के लिए आड़े हाथों लेते हुए करारा जवाब दिया है. भारत के पूर्व ऑफ़ स्पिनर भज्जी ने कहा है कि सिख कौम एक बलिदानी कौम है, उसने मां-बहिनों की इज्जत बचाने के लिए अपने प्राणों का बलिदान तक दे दिया था. ऐसे सिख समुदाय पर इस तरह की टिप्पणी करना बेहद आपत्तिजनक है. अपनी इस शर्मनाक हरकत के लिए अकमल को माफ़ी मांगनी चाहिए.
इसके बाद सवाल ये उठता है कि आखिर कामरान अकमल ने ऐसा क्या कहा कि जिस पर इतना हंगामा खड़ा हो गया? दरअसल पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर और खेल विशेषज्ञ कामरान अकमल भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान एक चैनल पर अपनी राय रख रहे थे. इसी दौरान उन्होंने अपनी राय व्यक्त करते हुए भारतीय टीम को अर्शदीप से अंतिम ओवर न कराने की सलाह दे डाली. इसके पीछे उन्होंने जो वजह बताई वो ये थी कि एक तो अर्शदीप पूरी तरह से रिदम में नहीं लग रहे हैं और दूसरा 12 भी बज चुके हैं. 12 बजे की उनकी इसी दलील को पूरे सिख समुदाय का अपमान माना गया और इस पर विवाद खड़ा हो गया.
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