A bodyguard love

रेस विनर

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29 May '24
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वहीं दूसरी तरफ

एक कार रेस में बहुत सारी कार एक साथ स्पीड में रोड पर जा रही थी। सबकी स्पीड एक से बढ़कर एक थी और तभी उनमें से एक कन्वर्टिबल स्पोर्ट्स कार जो सी ग्रीन कलर की थी, वो एकदम से धूल उड़ाती हुई सभी कार्स को पीछे छोड़ती रोड पर दिखी, जिसे एक लड़की ड्राइव कर रही थी।

जिसके बाल कंधे से थोड़ा सा नीचे थे और भूरे कलर के थे। उसने अपनी आंखों पर ब्लू शेड्स पहना हुआ था, ग्रे कलर की जैकेट और ब्लू जींस में इस वक्त वो कहर ढा रही थी। तभी वहां के माहौल में लोगों की आवाज़ गूंजने लगी, कार रेस देखने आये लोग ज़ोर ज़ोर से चीयर कर रहे थे- "कहर कहर"।
 चीयर्स सुनकर उस लड़की ने धीरे से कहा, चल कहर अपना क़हर दिखा।

जी हां ये कोई और नहीं प्रताप सिंह फैमिली की इकलौती बेटी कहर प्रताप सिंह थी।
इतना कह कर उसने गाड़ी की स्टेरिंग को कस कर पकड़ लिया और क्लच पर पैर रखते ही अगला गेयर चेंज कर दिया। उसकी कार के आगे अभी भी 1-2 कार्स थीं। कहर ने जैसे ही एक पैर से क्लच छोड़ते हुए दूसरे पैर से अक्सेलरेटर दबाया, अब तो कार मानो हवा से बातें करने लगी थी। ऐसा लग रहा था कि कहर आगे चल रही दोनों कार्स को टक्कर मार देगी। स्पीड इतनी तेज थी कि आगे वाली दोनों कार्स के ड्राइवर्स ने डर के अपनी अपनी कार्स अलग अलग तरफ कर ली और कहर बीच में से बिजली की तरह आगे निकल गयी। आगे वाली कार्स के ड्राइवर्स घबरा के एक दूसरे को देखते रह गए।

एक झटके में कहर ने रेस को कंप्लीट कर लिया और फिर तेजी से ब्रेक मारते हुए उसने कार रोकी और स्टाइल से गॉगल उतारते हुए वो कार से बाहर आयी। इस वक़्त कुछ लोगों को छोड़ के हर एक की ज़ुबान पर बस एक ही नाम गूंज रहा था- "जिसके आगे नहीं पाया कोई ठहर, वो है कहर- कहर"।

इस वक्त कहर के बाल हवा में लहरा रहे थे और होठों पर एक जंग जीतने वाली मुस्कान थी जो लोग अभी थोड़ी देर पहले तक बिल्कुल जीतने की कगार पर थे, पर अब कहर ने उन्हें हरा दिया था उनका मुंह बना हुआ था।

कहर ने मुस्कुरा कर ऊपर आसमान को देखते हुए कहा-
"अपने हर लफ्ज में क़हर रखते हैं हम ,

तुझे तबाह करके तेरी तबाही में बर्बाद होने का दम रखते हैं हम।"
ऐसा कहते हुए उसके होठों पर एक तिरछी मुस्कान थी।
वो लड़के जिन्हें कहर ने हराया था, वो सब हैरान थे क्योंकि उन्हें भरोसा नहीं हो रहा था कि एक लड़की ने उन्हें कार रेस में हरा दिया था।

एक लड़का दूसरे को देखते हुए बोला- " यार ये लड़की अपने आपको समझती क्या है, अकड़ तो देखो इसकी।"

ये सुनकर कहर ने अपने बालों को पीछे झटक दिया और अपने कदम बढ़ाकर उन लड़कों के पास आई और उन दोनों को देखते हुए बोली- “हे लूज़र्स, क्या हुआ, यही सोच रहे हो ना कि एक लड़की ने तुम्हें कैसे हरा दिया। अच्छा है सोचो सोचो, सोचने के थोड़ी पैसे लगते हैं। हा हा। " ऐसा कहते हुए वो मुस्कुरा कर वहां से निकल गई।
इस वक्त उसके जितने भी चाहने वाले थे जितने भी उसे जीतते हुए देखना चाहते थे सबकी आंखों में एक चमक थी लेकिन कहर ने सबको इग्नोर कर दिया और थोड़ी दूर पर रखी टेबल में से पानी की बोतल उठा के पीने लगी। फिर उसने पूरी बोतल का पानी अपने फेस और बालों पर डाल दिया। इसके बाद कहर ने अपने बालों को हवा में लहराते हुए उसमें से पानी को उछाला और स्टाइल से फिर से उन लड़कों को देखते हुए बोली- "कहर प्रताप सिंह को हराना इंपॉसिबल है दोस्तों। वैसे एक मुफ्त की सलाह दूँ? तुम दोनों की स्पीड काफी बढ़िया थी लेकिन तुम्हारे अंदर डर था, और जो डर गया, समझो, हा हा। और कहर प्रताप सिंह किसी से नहीं डरती।"
वो ये सब कह ही रही थी कि तभी किसी ने उसका हाथ पकड़ कर उसे पीछे की तरफ खींच लिया,

कहर गुस्से में पलटते हुए चिल्लाई- "किसकी इतनी हिम्मत कि कहर का हाथ ,,," वो इतना ही कह पायी थी कि, सामने खड़े शख्स को देख कर चुप हो गयी। सामने अधीर खड़ा था , उसका बड़ा भाई अधीर प्रताप सिंह।
उसे देख कर कहर सिर्फ इतना बोली- "भाई तुम यहाँ?" और फिर वो दूसरी तरफ मुड़कर जाने लगी, तभी अधीर उसे रोकते हुए गुस्से में बोला- "छोटी, कितनी बार कहा है तुझे कि ना जाने कितने दुश्मन हैं इस शहर में हमारे, बिना गार्ड्स के मत आया कर, लेकिन तुझे मेरी बात सुननी कहां है?"

कहर के लिए छोटी नाम सुन के थोड़ी दूर खड़े वो लड़के हंसने लगे, तो कहर को गुस्सा आ गया, और वो उनकी तरफ आंख दिखाते हुए बढ़ी कि अधीर ने उसे फिर से हाथ पकड़ के रोक लिया और उसका हाथ पकड़ के अपनी जिप्सी में बैठा दिया। कहर चिड़चिड़ाते हुए बोली- "भाई कितनी बार कहा है कि बाहर लोगों के सामने मुझे छोटी मत कहा करो, मेरी भी कुछ रेपुटेशन है बाहर।" ये सुन के अधीर हँसते हुए बोला- "रेपुटेशन,,हा हा।" फिर एकदम से गुस्से में आगे बोला- "छोटी, मेरा मतलब है कहर, सावधानी नहीं रखोगी तो जान से हाथ धोना पड़ सकता है, फिर रेपुटेशन का क्या अचार डालोगी। अब चुपचाप बैठी रहो मेरी छोटी।" ये सुन के कहर फिर चिढ़ी पर अभी कुछ नहीं बोली और चुपचाप बैठी रही और अधीर ने गाड़ी स्टार्ट करके वहां से आगे बढ़ा दी। 

और उसके पीछे उसके कुछ गार्ड्स दूसरी जिप्सी में चल दिए।
अधीर ने ड्राइव करते हुए एक नज़र कहर को देखते हुए कहा , "you know that ... डैड ने आज लड़के वालों को बुला रखा है तुझे देखने के लिए ! और लड़की कहां है? यहां रेस कर रही है और वो भी लड़कों के साथ, दिमाग खराब हो गया है तेरा?"

ये सुनकर कहर वैसे ही जिप्सी में खड़ी हो गई और चिल्ला कर बोली - "भाई कितनी बार कहा है कि अभी मुझे कोई शादी वादी नहीं करनी है। मैंने कहा ना कि अभी मुझे बहुत कुछ करना है पूरे इंडिया पर राज करना है। आप से और डैड से भी बड़ी,, बिजनेस women बनना है। और भाई आप ! आपको तो मेरा साथ देना चाहिए और आप खुद डैड की साइड ले रहे हो, ये मेरा full and final decision है मैं कोई शादी वादी नहीं कर रही हूं।,,,,,और वैसे भी कहर जहर है उसे पीने वाला जिंदा नहीं बचेगा।"

इतना कह कर कहर खड़े खड़े ही गुस्से में सामने देखने लगी। तभी अधीर ने उसका हाथ पकड़ कर उसे सीट पर वापस बैठाया और उसके गुस्से को शांत करने के लिए मुस्कुरा कर कहा- "तुझे पता है कि ये सारे डिसीजन डैड लेते हैं, और रही बात बिजनेस की, तो तू करियो ना, वो थोड़े ही रोका है। और रही बात शादी की तो डैड ऐसे लड़के से तेरी शादी कराएंगे कि वो तुझे झेल सके।"

ये सुनकर कहर दोनो हाथों से अधीर को मारने लगी तो अधीर और ज़ोर से हंसने लगा।

Category:Movies and TV Shows



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Written by Priya Singh

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